चीन ने एक ग्लोबल मिसाइल डिफेंस सिस्टम बनाया है। PLA द्वारा विकसित यह शील्ड एक साथ 1000 मिसाइलों को नष्ट कर सकती है। यह सिस्टम जमीन, समुद्र, हवा और अंतरिक्ष से आने वाले खतरों का पता लगाकर उन्हें रोकने में सक्षम है।

बीजिंग: एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने एक ग्लोबल मिसाइल डिफेंस सिस्टम बना लिया है। 'डिस्ट्रिब्यूटेड अर्ली वॉर्निंग डिटेक्शन बिग डेटा प्लेटफॉर्म' (DEWDBDP) नाम का यह सिस्टम, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ड्रीम प्रोजेक्ट 'गोल्डन डोम' जैसा ही है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने खबर दी है कि चीन ने यह ग्लोबल मिसाइल शील्ड तैयार कर ली है। रिपोर्टों के अनुसार, यह सिस्टम एक साथ एक हजार मिसाइलों को नष्ट करने की ताकत रखता है। पता चला है कि चीनी डिफेंस नेटवर्क का यह अहम सिस्टम अपने प्रोटोटाइप की तैनाती के शुरुआती दौर में है। इस ग्लोबल मिसाइल शील्ड की खासियत यह है कि यह पूरी धरती पर फैला पहला मिसाइल डिफेंस सिस्टम होगा। इसे चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के नेतृत्व में बनाया जा रहा है। यह ग्लोबल मिसाइल शील्ड सिस्टम चीन के डिफेंस सेक्टर को दुनिया में सबसे मजबूत बना सकता है।

एक हजार मिसाइलें कर देगा तबाह

इस सिस्टम की सबसे बड़ी ताकत यह है कि यह दुनिया में कहीं से भी चीन पर दागी गईं एक हजार मिसाइलों को एक ही समय में ट्रैक और नष्ट कर सकता है। बताया जा रहा है कि यह जमीन, समुद्र, हवा और अंतरिक्ष से आने वाले सभी खतरों का पता लगाकर उनका विश्लेषण कर सकता है। बिग डेटा टेक्नोलॉजी पर आधारित यह प्लेटफॉर्म, अर्ली वॉर्निंग सिग्नल भेजकर रियल टाइम में डिफेंस को कोऑर्डिनेट करेगा। रिपोर्टों से पता चलता है कि यह सिस्टम चीन पर होने वाले संभावित हमलों को पहले ही पहचान कर उन्हें रोक देगा। चीन के लिए, यह देश की सुरक्षा को मजबूत करने में बहुत अहम है।

गोल्डन डोम से भी एक कदम आगे निकला चीन

माना जा रहा है कि चीन का यह कदम दुनिया में ताकत के समीकरणों को बदल देगा। चीन इसे तब हासिल कर रहा है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ड्रीम प्रोजेक्ट 'गोल्डन डोम' चुनौतियों से जूझ रहा है। टैरिफ की धमकियों से ट्रेड वॉर तेज होने के बीच, चीन का ग्लोबल मिसाइल शील्ड तैयार करना अमेरिका के लिए एक झटका माना जा रहा है। साथ ही, यह चिंता भी बढ़ रही है कि क्या चीन का यह कदम अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए एक चुनौती बन जाएगा। PLA के लगातार परीक्षणों के बाद यह ग्लोबल मिसाइल शील्ड हकीकत बनने जा रहा है। चीन को उम्मीद है कि शुरुआती दौर पूरा होने के बाद इस सिस्टम को बहुत तेजी से हकीकत में बदला जा सकेगा।