चीन ने पाकिस्तान के खुफिया सैटेलाइट को लॉन्च किया है। इसके साथ ही उसने दो अपने उपग्रह भी प्रक्षेपित किए। बता दें कि पाकिस्तान इस सैटेलाइट के माध्यम से एग्रीकल्चर, सिटी प्लानिंग, पर्यावरण और डिफेंस सेक्टर में निगरानी कर सकेगा।
बीजिंग/नई दिल्ली। चीन ने रविवार को एक ही रॉकेट से एक पाकिस्तानी रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट के अलावा अपने दो उपग्रहों को लॉन्च किया। बीजिंग के समय के अनुसार ये रॉकेट सुबह 11:33 बजे उत्तर-पश्चिम चीन के कमर्शियल एयरोस्पेस इनोवेशन पायलट जोन से लॉन्च किया गया। इस मिशन में तीन सैटेलाइट प्रक्षेपित किए गए हैं, जिनमें पाकिस्तान के रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट (PRSS-2), के अलावा चीन के अपने AIRSAT-03 और AIRSAT-04 को लॉन्च किया गया है।
चीन ने ही डिजाइन किया पाकिस्तान का खुफिया सैटेलाइट
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैटेलाइट्स को प्लान्ड ऑर्बिट में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया। पाकिस्तान के लिए यह सैटेलाइट इसलिए भी काफी अहम है, क्योंकि अब तक उसके पास अपना कोई खुफिया जासूसी उपग्रह नहीं था। PRSS-2 पाकिस्तान का मॉर्डन टेक्नोलॉजी वाला रिमोट-सेंसिंग सैटेलाइट है, जिसे खुद चीन ने ही डिजाइन किया है। इसके जरिये एग्रीकल्चर, सिटी प्लानिंग, पर्यावरण निगरानी, नेचुरल डिजास्टर मैनेजमेंट और डिफेंस सेक्टर में निगरानी की जा सकेगी।
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2018 में चीन ने लॉन्च किया था PRSS-1
PRSS-2 को पाकिस्तान के पहले सैटेलाइट PRSS-1, जिसे 2018 में लॉन्च किया गया था का एडवांस वर्जन कहा जा रहा है। डिफेंस एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह सैटेलाइट पाकिस्तान की स्पेस-बेस्ड इंटेलिजेंस और बॉर्डर सर्विलांस क्षमताओं को मजबूत बनाएगा। बता दें कि यह इस वर्ष चीन द्वारा प्रक्षेपित किया गया तीसरा पाकिस्तानी उपग्रह है। इससे पहले, उसने जुलाई में पाकिस्तान सुदूर संवेदी उपग्रह (PRSS-1) और जनवरी में PRSC-EO1 का प्रक्षेपण किया था। चीन हाल के कुछ सालों में पाकिस्तान को उपग्रहों के प्रक्षेपण में मदद कर रहा है, जिससे अंतरिक्ष क्षेत्र में उनके गठबंधन का विस्तार हो रहा है। पिछले साल, चीन ने पाकिस्तान के लिए एक मल्टी-मिशन कम्युनिकेशन सैटेलाइट प्रक्षेपित किया था। 2018 में भी चीन ने दो पाकिस्तानी उपग्रहों को कक्षा में भेजा था। इनमें एक PRSS-1 था, जो देश का पहला ऑप्टिकल रिमोट सेंसिंग उपग्रह था और दूसरा PakTES-1A, जो एक छोटा ऑब्जर्वेशन यान था।
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