सार

इजरायल-हमास जंग के बीच एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि शुक्रवार को जुमे के दिन बड़ी संख्या में लोग अल-अक्सा मस्जिद की तरफ बढ़ रहे थे। इस दौरान इजराइल की फोर्स भीड़ को मस्जिद में जाने से रोकती दिख रही है।

Israel-Hamas War: इजरायल-हमास की जंग के बीच दुनियाभर के तमाम इस्लामिक देश फिलिस्तीन और हमास के सपोर्ट में आ गए हैं। इसके साथ ही इन देशों में जगह-जगह इजराइल विरोधी प्रदर्शन भी हो रहे हैं। इसी बीच, एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि शुक्रवार को जुमे के दिन बड़ी संख्या में लोग अल-अक्सा मस्जिद की तरफ बढ़ रहे थे। हालांकि, कोई गंभीर स्थिति पैदा न हो, इसके लिए इजराइल की फोर्स भीड़ को मस्जिद में जाने से रोकती दिख रही है।

भीड़ को खदेड़ने इजराइल ने दागे आंसूगैस के गोले

वीडियो में देखा जा सकता है कि शुक्रवार की नमाज के लिए बड़ी संख्या में भीड़ अल-अक्सा मस्जिद की तरफ बढ़ती है। इस पर इजरायली सेना लोगों को मस्जिद में जाने से रोकती है। भीड़ को खदेड़ने के लिए इजराइयली सेना आंसू गैस के गोले दागती है, जिसके बाद भीड़ में अफरा-तफरी मच जाती है।

 

 

क्या है अल-अक्सा मस्जिद?

बता दें कि यरुशलम में स्थित अल-अक्सा मस्जिद मक्का और मदीना के बाद इस्लाम का तीसरी सबसे पवित्र जगह मानी जाती है। मुस्लिमों का मानना है कि पैगंबर मोहम्मद यहीं से जन्नत गए थे। वहीं, यहूदियों का मानना है कि धरती पर पहला इंसान आदम हैं, जिन्हें बनाने के लिए ईश्वर ने यहां की मिट्टी उठाई थी। यही वजह है कि यहूदियों के लिए भी ये सबसे ज्यादा पवित्र जगह है। यहूदी इसे टेंपल माउंट कहते हैं।

ईसाइयों के लिए भी खास है ये जगह

वहीं, ईसाई मानते हैं कि यरूशलम में ही ईसा मसीह ने अपना उपदेश दिया और यहीं उन्हें सूली पर चढ़ाया गया। बाद में वे इसी शहर में जीवित हो उठे। फिलहाल अल-अक्सा का नियंत्रण जॉर्डन के हाथों में है और वही मस्जिद की देखरेख के लिए इस्लामिक वक्फ बोर्ड के सदस्यों को चुनता है। हालांकि, इस जगह को लेकर फिलिस्तीनी और यहूदी में अक्सर झगड़ा होता है।

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