सार

BAPS के प्रतिनिधिमंडल स्वामी अक्षरातीतदास, डॉ. प्रफुल्ल वैद्य, रमेश पाटीदार और महेश देवजी ने क्राउन प्रिंस से मुलाकात की और मंदिर की रुपरेखा तय की। इस मंदिर के निर्माण से दोनों देशों का रिश्ता और भी ज्यादा मजबूत होगा।

वर्ल्ड डेस्क : UAE के बाद अब एक और मुस्लिम देश में हिंदू मंदिर बनाने की तैयारी है। 14 फरवरी को अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने किया। अब बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) एक और मुस्लिम देश में मंदिर बनाने जा रहा है। हम जिस मंदिर की बात कर रहे हैं, उसका नाम बहरीन (Bahrain) है। इस मंदिर के लिए जमीन भी आवंटित हो चुकी है। मंदिर निर्माण के लिए सारी औपचारिकताएं भी पूरी हो गई हैं। जल्द ही इसकी नींव रखी जाएगी।

बहरीन में बनने वाले हिंदू मंदिर के लिए किसने जमीन दी

बहरीन के क्राउन प्रिंस सलमान बिन हमद अल खलीफा ने इस मंदिर के लिए जमीन दान दी है। बीएपीएस के प्रतिनिधिमंडल की उनके साथ बैठक भी हुई है। बहरीन में बनने वाला हिंदू मंदिर भी अबूधाबी के मंदिर की तरह ही विराट होगा। इस मंदिर का निर्माण भी अबू धाबी मंदिर बनाने वाली संस्था बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण करेगी। इसकी लागत भी अबू धाबी वाले मंदिर की तरह की काफी ज्यादा हो सकती है।

बहरीन में मंदिर बनाने का उद्देश्य

BAPS के प्रतिनिधिमंडल स्वामी अक्षरातीतदास, डॉ. प्रफुल्ल वैद्य, रमेश पाटीदार और महेश देवजी ने क्राउन प्रिंस से मुलाकात की और कहा कि स्वामीनारायण हिंदू मंदिर बनाने का मुख्य उद्देश्य सभी धर्मों का स्वागत करना, अलग-अलग संस्कृतियों और आध्यात्मिक कार्यों के लिए एक जगह देना है। संस्था के महंत गुरु स्वामी महाराज ने बहरीन में मंदिर निर्माण की अनुमति के बाद क्राउन प्रिंस सलमान बिन हमद अल खलीफा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है।

बहरीन-भारत का रिश्ता होगा मजबूत

महंत गुरु स्वामी महाराज ने कहा कि इस मंदिर के निर्माण से भारत और बहरीन का रिश्ता और भी ज्यादा मजबूत होगा। इस तरह का फैसला दोनों देशों के बीच धार्मिक सद्भाव के विश्वास को दिखाता है। उन्होंने जल्द ही मंदिर निर्माण की बात की है।

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