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Heart Breaking pictures: तुर्किये-सीरिया में मलबे में अभी भी फंसे हैं बड़ी संख्या में लोग, बचेंगे या नहीं, कोई नहीं जानता
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वर्ल्ड न्यूज. तुर्किये और सीरिया में आए सदी के सबसे शक्तिशाली भूकंप(powerful earthquakes struck Turkey and Syria) ने सारी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। 6 फरवरी को आए इस भूकंप में इन दोनों देशों में करने वालों की संख्या करीब 12 हजार तक पहुंच गई है। अभी भी सैकड़ों लोग मलबे में दबे हैं। लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। दुनियाभर से रेस्क्यू टीमें और अन्य मदद दोनों देशों में पहुंचाई जा रही है। बता दें कि 6 फरवरी को दोनों देशों में सुबह 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के लगातार तीन विनाशकारी भूकंप आए थे।यह तस्वीर भूकंप से गिरी इमारत के मलबे में फंसे भाई-बहन की है, जिन्हें बाद में बचा लिया गया। जब तक दोनों फंसे रहे, बहन अपने छोटे भाई को दिलासा देती रही।
तुर्किये में एक करोड़ 30 लाख से अधिक लोग भूकंप से प्रभावित हुए हैं। यहां 16 हजार से अधिक लोग बचाव कार्य में लगे हुए हैं।
दुनियाभर के 70 देशों ने दोनों देशों में मदद भेजने का ऐलान किया है। भारत में तुर्किये में हुई मौतों पर शोक व्यक्त करने के लिए दिल्ली में तुर्की के दूतावास में तुर्की का झंडा आधा झुकाया गया।
WHO के अनुसार, भूकंप प्रभावितों की संख्या 2 करोड़ 30 लाख तक हो सकती है। सीरिया में 11 हजार 342 इमारतों को नुकसान हुआ है।
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भारत ने मंगलवार को तुर्की में राहत सामग्री, एक चलता-फिरता अस्पताल और चार सी-17 ग्लोबमास्टर सैन्य परिवहन विमान में विशेष खोज एवं बचाव दलों को बचाव प्रयासों में मदद के लिए भेजा है।
यूएस और यूके सहित कई देश भूकंप से बचे लोगों की खोज में मदद करने के लिए तुर्किये को राहत सामग्री और खोज और बचाव विशेषज्ञ भेज रहे हैं।
सीरिया में विपक्ष द्वारा संचालित सिविल डिफेंस सर्विस के प्रमुख रायड अल-सालेह ने कहा कि भूकंप के कारण क्षतिग्रस्त हुई इमारतों के मलबे में फंसे सैकड़ों परिवारों को बचाने के लिए समय निकलता जा रहा है। रायड अल-सालेह ने रायटर को बताया कि विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर-पश्चिम सीरिया में व्हाइट हेल्मेट नामक संगठन द्वारा बचाव के प्रयास के लिए अंतर्राष्ट्रीय समूहों से तत्काल मदद की आवश्यकता थी।
सना-चेकोस्लोवाकियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस के प्रमुख जारोमिर श्लापाटा ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से लोगों की मदद के लिए एकजुट होने और सीरिया पर पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए एकतरफा कठोर उपायों(बैन) को जल्द से जल्द हटाने और विनाशकारी भूकंप से निपटने बिना राजनीतिकरण के आवश्यक सहायता प्रदान करने का आह्वान किया।
कई अरब नेताओं ने सीरिया को सहायता भेजी है। संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने अपनी सरकार को सीरिया में भूकंप से प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए 50 मिलियन डॉलर भेजने का निर्देश दिया।
मलबे में दबकर मरी अपनी बच्ची का हाथ पकड़कर बैठा पिता। सीरिया और तुर्किये से ऐसे कई तस्वीरें सामने आ रही हैं।