सार

पीटीआई प्रमुख इमरान खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट परिसर के बाहर से गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बाद से उनके समर्थक सड़क पर उतर आए हैं। पूरा प्रकरण जाने के लिए पढ़े समाचार।

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख इमरान खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट परिसर के बाहर से गिरफ्तार कर लिया गया है। इमरान खान  दो मामलों की  सुनवाई के मामले में कोर्ट आए थे। इमरान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी पर आरोप है कि उन्होंने 50 अरब रुपये के फ्रॉड प्रकरण को छुपाने के लिए 5 अरब रुपये लिए थे जिसे पीटीआई सरकार के कार्यकाल के दौरान ब्रिटेन ने वापस कर दिया था। इमरान की गिरफ्तारी के बाद से पाकिस्तान में उनके समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं।

इस संबंध में इस्लामाबाद आईजी अकबर नासिर खान ने अपने  बयान में कहा है कि इमरान को अल कादिर ट्रस्ट प्रकरण में गिरफ्तार किया गया था। आरोप था कि पीटीआई प्रमुख और उनकी पत्नी ने अरबों रुपये के साथ और सैकड़ों की संख्या में जमीन हासिल की है। 

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5 साल पहले बनी थी 190 मिलियन समझौते पर सहमति
यूनाइटेड किंगडम की नेशनल क्राइम एजेंसी (एनसीए) संपत्ति टाइकून मलिक रियाज के परिवार के साथ £190 मिलियन के समझौते पर 5 साल पहले इस मामले में सहमति बनी थी। एनसीए की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मामले के निपटारे में ब्रिटेन की एक संपत्ति, 1 हाइड पार्क प्लेस, लंदन, w2 2lh शामिल थी। इसका कुल मुल्य लगभग 50 अरब था। यह सभी राशि  सभी धनराशि मलिक रियाज के जमे हुए खातों में आ गई।

2018 में शुरू हुई थी कार्रवाई
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के सत्ता में आने के तुरंत बाद यूके में रियाज की संपत्ति की जांच के लिए एनसीए की ओर से दिसंबर 2018 में पहली कार्रवाई सामने आई थी। एनसीए ने कहा था कि एजेंसी को कुल 100 मिलियन पाउंड से अधिक के आठ बैंक खातों को सीज करने के निर्देश दिए गए हैं। इस पर पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने रियाज की 460 अरब रुपये की पेशकश को उसकी रियल एस्टेट फर्म, बहरिया टाउन लिमिटेड की ओर से निपटान बकाया के रूप में स्वीकार किया था। ऐसे इसलिए क्योंकि रियाज ने पाक में मालिर जिले में कराची के बाहर क्षेत्र में हजारों एकड़ जमीन कब्जा कर ली थी।

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इसके बाद धनराशि पाकिस्तान सरकार के खाते की बजाय सुप्रीम कोर्ट के खातों में ट्रांसफर कर दिया गया। जब एनसीए ने 3 दिसंबर को अपने फैसले की घोषणा की थी तो जवाबदेही पर प्रधान मंत्री (एसएपीएम) के विशेष सहायक मिर्जा शहजाद अकबर ने दावा किया था कि पैसा सीधे राज्य में आएगा। इस पर सवाल खड़े होने लगे तो शहजाद अकबर ने कहा था कि कि क्या सुप्रीम कोर्ट सरकार का हिस्सा नहीं है? 

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इमरान के खिलाफ मामला
जून 2022 में मलिक रियाज और उनकी बेटी के बीच फोन पर हुई बातचीत के एक कथित ऑडियो लीक के बाद मामला फिर से सुर्खियों में आ गया। इस ऑडियो में दोनों को इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी की दोस्त फराह खान उर्फ ​​गोगी की कथित मांगों के बारे में बातचीत करते पाया गया। ऑडियो में रियाज की बेटी पिता से बोल रही थी कि फराह ने कहा था कि इमरान की पत्नी ने तीन कैरेट हीरे की अंगूठी लेने से मना कर दिया था और 5 कैरेट हीरे  की अंगूठी की डिमांड की थी। हालांकि इसके बाद रियाज ने किसी भी राजनीतिक मामले में भूमिका होने से इनकार किया था। उन्होंने  ट्वीट कर लीक ऑडियों क्लिप के फर्जी होने की बात भी कही थी।