सार
लोलेथा, साउथ चार्ल्सटन में विलियम ब्रॉक के घर के पास कई गोलियां लगने के बाद पायी गई थीं।
साउथ चार्ल्सटन: गलतफहमी में ओहिया के एक 81 वर्षीय बुजुर्ग ने उबर ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी। बुजुर्ग को यह गलतफहमी हो गई कि ओला ड्राइवर उसका अपहरण करने की कोशिश कर रही है। घटना बीते 25 मार्च की है। पीड़ित की पहचान लोलेथा हॉल के रूप में हुई है। लोलेथा, साउथ चार्ल्सटन में विलियम ब्रॉक के घर के पास कई गोलियां लगने के बाद पायी गई थीं।
बीबीसी के अनुसार, ओहियो के 81 वर्षीय बुजुर्ग ने उबर ड्राइवर पर इसलिए गोलियां चलाई क्योंकि उसे यह गलतफहमी हो गई कि वह उसे लूटने के लिए आई है। यह घटना तब हुई जब लोलेथा हॉल को डिलीवरी के लिए पैकेज लेने के लिए उबर ऐप के माध्यम से बुजुर्ग व्यक्ति के घर भेजा गया था। जब लोलेथा पहुंची तो विलियम ब्रॉक ने उससे पूछा कि वह किसके लिए काम करती है। बुजुर्ग ने महिला ड्राइवर पर बंदूक तान दिया। फिर उसका सेलफोन ले लिया। डरी ड्राइवर निकलने लगी तो उसने रोका और गाड़ी में बैठने से मना किया।
बंदूक से डरी ड्राइवर भागने की कोशिश की तो बुजुर्ग विलियम ब्रॉक ने गोली चला दी। इसके बाद दोनों में बहस हुई। इसी दौरान ब्रॉक के सिर पर चोट लगी तो उसने दूसरी बार लोलेथा पर गोली चला दी। बहस बढ़ी तो फिर तीसरी गोली मार दी। तीसरी गोली मारने के बाद ब्रॉक ने घटनास्थल से अधिकारियों को फोन किया। क्लार्क काउंटी शेरिफ ऑफिस के लेफ्टिनेंट क्रिस्टोफर शुल्ट्ज़ ने बताया कि 81 वर्षीय बुजुर्ग ने तीन गोलियां उबर ड्राइवर लोलेथा को मारने के बाद पुलिस से संपर्क किया।
अस्पताल में दम तोड़ दिया
ब्रॉक ने 911 पर कॉल करके बताया कि उन्होंने अपने घर पर किसी को गोली मार दी है। दावा किया कि हॉल ने उन्हें लूटने की कोशिश की थी। पुलिस ने हॉल को अस्पताल पहुंचाया लेकिन हालत गंभीर होने की वजह से डॉक्टर बचा नहीं सके। लोलेथा हॉल के परिवार में उनका 33 साल का एक बेटा मारियो है।
कहीं स्पैम कॉल के शिकार तो दोनों नहीं हुए...
क्लार्क काउंटी शेरिफ ऑफिस के अनुसार, ऐसा प्रतीत होता है कि बुजुर्ग व्यक्ति और ड्राइवर दोनों फर्जी फोन कॉल के शिकार हो गए हैं। ब्रॉक को एक अधिकारी होने का दिखावा करने वाले किसी व्यक्ति से फर्जी कॉल मिलीं, जिसने अंततः धमकियां देना और पैसे की मांग करना शुरू कर दिया। हॉल को भी किसी घोटालेबाज द्वारा ब्रॉक के घर भेजा गया था और एक पैकेज लेने का निर्देश दिया गया होगा। इसके बाद लोलेथा हॉल, विलियम ब्रॉक के घर पहुंची होगी और यह गलतफहमी हो गई।
15 साल से आजीवन कारावास तक संभव
ब्रॉक पर हत्या का आरोप है। इस आरोप में उनको 15 साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सज़ा हो सकती है। हालांकि, 200,000 अमेरिकी डॉलर की जमानत के बाद उन्हें क्लार्क काउंटी जेल से रिहा कर दिया गया।
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