सार
हमास ने कहा है कि वह बंधक बनाए गए सभी इजरायली सैनिकों को मुक्त करने के लिए तैयार है। इसके लिए इजरायल को सभी फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ना होगा।
केप टाउन (दक्षिण अफ्रीका)। फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास और इजरायल के बीच गाजा में युद्धविराम बढ़ाने को लेकर बातचीत चल रही है। कतर की मध्यस्थता में पहले हुए चार दिन के युद्धविराम समझौते के अनुसार हमास ने 60 इजरायली बंधकों को मुक्त किया है। इनमें महिलाएं और बच्चे हैं। दूसरी ओर इजरायल ने अपनी जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है।
हमास ने 7 अक्टूबर को हमले के वक्त बड़ी संख्या में इजरायली सैनिकों को भी अगवा किया था। इन्हें रिहा नहीं किया गया है। हमास की ओर से कहा गया है कि वह इजरायली सैनिकों को छोड़ने के लिए तैयार है, लेकिन शर्त यह है कि इजरायल को सभी फिलिस्तीनी कैदियों को मुक्त करना होगा।
हमास के अधिकारी और गाजा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बासेम नईम ने कहा कि हमास और इजरायल के बीच युद्ध विराम पर बातचीत हो रही है। दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन में मीडिया से बातचीत के दौरान नईम ने कहा, "हम अपने सभी कैदियों (इजरायल की जेलों में बंद फिलिस्तीनी) के बदले सभी सैनिकों (इजरायली) को छोड़ने के लिए तैयार हैं।"
हमास ने 240 से अधिक लोगों को बनाया था बंधक
दरअसल, हमास ने सात अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था। इस हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी। हमास ने 240 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था। इस हमले के जवाब में इजरायल ने जंग का ऐलान किया था। इजरायल द्वारा गाजा पर किए गए हमलों में करीब 15000 लोगों के मारे जाने की जानकारी हमास द्वारा दी गई है।
यह भी पढ़ें- Israel Hamas: सीजफायर के बाद क्या हैं गाजा पट्टी के हालात? जानें अब तक 10 सबसे बड़ी अपडेट
हमास ने 60 इजरायली बंदकों को मुक्त किया है। इसके बदले में इजरायल ने 180 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है। हमास ने इजरायली सैनिकों को भी बंधक बनाया है। वह उनका इस्तेमाल बड़ी सौदेबाजी के लिए कर रहा है। 2011 में एक हजार से अधिक फिलिस्तीनियों की अदला-बदली इजरायली सैनिक गिलाद शालिट के बदले में की गई थी। शाटिल को 5 साल पहले हमास ने बंदी बना लिया था।
यह भी पढ़ें- Israel Hamas War: इजराइल ने 48 घंटे बढ़ाया सीजफायर, जानें कितने बंधक रिहा करेगा हमास
इजरायल की जेलों में सात हजार से अधिक फिलिस्तीनी कैद हैं। हमास ने अक्टूबर में भी सभी बंधकों को रिहा करने के बदले इजरायल से सभी फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने की बात की थी।