सार

पिछले कुछ दिनों से चीन अपनी दादागिरी ताइवान पर दिखा रहा है। चीन की सेना ने ताइवान पर दबाव बढ़ाते हुए अपनी एक्टिविटीज उस ओर तेज कर दी है। 

वाशिंगटन। चीन (China) पर शिकंजा कसने के लिए अमेरिका (America) अब ताइवान (Taiwan) को सैन्य प्रशिक्षण (military training) दे रहा है। अमेरिकी सुरक्षा अधिकारी ने बताया है कि अमेरिकी स्पेशल ऑपरेशनल फोर्सेज महीनों से ताइवान के सैनिकों को चुपचाप ट्रेनिंग दे रहे हैं और इससे चीन का गुस्सा बढ़ रहा है। 

चीन लगातार डरा रहा ताइवान को, अब अमेरिका का साथ

पिछले कुछ दिनों से चीन अपनी दादागिरी ताइवान पर दिखा रहा है। चीन की सेना ने ताइवान पर दबाव बढ़ाते हुए अपनी एक्टिविटीज उस ओर तेज कर दी है। चीन समुद्री हमले का अभ्यास कर रहा तो कई बार ताइवान के क्षेत्रों में अपने लड़ाकू विमानों को भेज दे रहा। एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक हफ्ते में चीन ने 150 लड़ाकू विमान ताइवान क्षेत्र में भेजे। इससे दोनों देशों में तनाव बढ़ता नजर आ रहा है।

अमेरिका आया ताइवान के साथ

उधर, ताइवान पर दादागिरी दिखा रहे चीन को सबक सिखाने के लिए अमेरिका ने मदद करना शुरू कर दिया है। अमेरिका ताइवान को सैन्य प्रशिक्षण देने के साथ ही हथियारों की सप्लाई भी दे रहा। वॉल स्ट्रीट जर्नल से बात करते हुए एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि करीब 20 स्पेशल ऑपरेशन और पारंपरिक फोर्सेज महीनों से ताइवानी सैनिकों को प्रशिक्षण दे रहे हैं।

पेंटागन ने कहा ताइवान हमारा समर्थक देश

चीन और ताइवान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए पेंटागन ने साफ किया है कि वह ताइवान के साथ खड़ा है। प्रवक्ता जॉन सप्पल ने बताया कि ताइवान को अमेरिका का समर्थन है। उन्होंने कहा कि अमेरिका, ताइवान के साथ रिपब्लिक ऑफ चाइना के खतरे के खिलाफ हैं। उन्होंने अपील की है कि ताइवान और बीजिंग मिलकर सभी मतभेदों को दूर करें और शांतिपूर्ण समाधान खोजे। अमेरिकी विदेश विभाग ने ताइवान को लेकर चीनी एक्टिविटीज को उत्तेजक और अस्थिर करने वाला बताया है।

बता दें कि अमेरिका ताइवान को कई तरह के हथियार एक्सपोर्ट करता है। इन हथियारों में कई प्रकार के लड़ाकू जेट और मिसाइल भी हैं। 

यह भी पढ़ें:

भारत और क्रोएशिया मिलकर आयुर्वेद को देंगे बढ़ावा, एमओयू पर दोनों देशों ने किया साइन

पर्यटन उद्योग होगा फिर गुलजार: विदेशी सैनालियों को भारत भ्रमण की अनुमति, 15 अक्टूबर से जारी होगा टूरिस्ट वीजा

जम्मू-कश्मीर: जो पीढ़ियों से इस बगिया को संजोते रहे, उनके खून से ही जन्नत हुआ लहूलुहान, बूढ़ी मां का विलाप रूह चीर देने वाला