सार

हिंडनबर्ग (Hindenburg Research) एक ऐसा नाम है जिसका जिक्र आते ही बड़े-बड़े उद्योगपतियों के तोते उड़ जाते हैं। भारत के सबसे अमीर आदमी गौतम अडानी के किले में सेंध लगाने के बाद हिंडनबर्ग ने जैक डोर्सी पर हमला किया है।

 

What Is Hindenburg. हिंडनबर्ग एक ऐसा नाम है जिसका जिक्र आते ही बड़े-बड़े उद्योगपतियों के तोते उड़ जाते हैं। भारत के सबसे अमीर आदमी गौतम अडानी के किले में सेंध लगाने के बाद हिंडनबर्ग ने जैक डोर्सी पर हमला किया है। हिंडनबर्ग की हालिया रिपोर्ट के बाद के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में तहलका मचा हुआ है और बिजनेस वर्ल्ड में भी आपाधापी की स्थिति पैदा हो गई है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट्स में जो दावे हो रहे हैं, उसके असर चंद घंटों में ही शेयर बाजार पर पड़ रहा है, यह भी रिसर्च का विषय है। फिलहाल हम आपको बता रहे हैं कि आखिर इस कंपनी का नाम हिंडनबर्ग क्यों रखा गया और कौन हैं इस कंपनी के कर्ता-धर्ता नाथन एंडरसन?

पहले यह जानें कि कौन हैं नाथन एंडरसन

हिंडनबर्ग नाम की जिस कंपनी ने दुनियाभर में बवाल मचा रखा है उसके मुखिया का नाम नाथन उर्फ नेट एंडरसन है। 2017 में इस व्यक्ति ने हिंडनबर्ग रिसर्च नामक कंपनी की स्थापना की थी। नाथन एंडरसन ने अमेरिकी यूनिवर्सिटी कनेक्टिकट से पढ़ाई की है। एंडरसन ने करियर की शुरूआत में फैक्ट सेट रिसर्च सिस्टम नाम की डाटा कंपनी में काम किया और डाटा की बारीकियां वहीं से सीखी हैं। 2020 में एक इंटरव्यू के दौरान एंडरसन ने कहा था कि मैंने शुरूआती दौर में देखा है कि लोग बेहद साधारण एनालिसिस करते हैं।

 

 

एंबुलेंस ड्राइवर रहे एंडरसन

एंडरसन ने बताया था कि वे इजराइल में कुछ वक्त एंबुलेंस चला चुके हैं और उन्हें उसी दौरान पता चला था कि दबाव की स्थिति में कैसे काम किया जाता है। एंडरसन के पास करीब 400 घंटों का मेडिकल एक्सपीरियंस है। एंडरसन ने अपना रोल मॉडल अमेरिकी अकाउंटेंट हैरी मार्कोपोलोस को माना है। एंडरसन ने अभी तक की लाइफ में जो कुछ भी किया है, उसी से सीखा है और वे आज दुनियाभर की बड़ी कंपनियों की बैंड बजा रहे हैं।

इन प्वाइंट्स पर जांच करती है हिंडनबर्ग

  • अकाउंटिंग में की जा रही हेराफेरी
  • कंपनी के मुख्य पद पर कौन अयोग्य है
  • कंपनियों ने कैसे अघोषित लेन-देन की है
  • किस तरह की गलत प्रैक्टिस करती हैं कंपनियां

हिंडनबर्ग का हिटलर से क्या है कनेक्शन

दरअसल, आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि हिंडनबर्ग का कनेक्शन हिटलर से है। 1937 में जर्मनी में हिटलर का राज था और उनकी एयरशिप का नाम हिंडनबर्ग था। उस एयरशिप के पीछे स्वास्तिक का चिह्न भी बना था। उस जमाने में अमेरिका के न्यूजर्सी शहर में इस एयरशिप ने कहर बरपा दिया था और कुछ ही पलों में सब खत्म हो गया था। एयरशिप के कुछ पार्ट्स बाद में मिले थे। रिपोर्ट्स की मानें तो एयरशिप नें 16 हाइड्रोजन गुब्बारे थे जिसमें 100 से ज्यादा लोगों को जबरन बैठाया गया। इसमें 35 लोगों की जान चली गई। अब यही हिंडनबर्ग अमेरिका की सबसे विस्फोटक फर्म बन गई है जो कंपनियों के घपले उजागर कर रही है।

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