भारत-चीन सीमा विवाद(India-China border dispute) को लेकर फिर से चौंकाने वाली खबरें सामने आ रही हैं। कहा जा रहा है कि LAC के पास चीन सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है। वहां बड़ी मात्रा में हथियारों का जखीरा भी जुटा रहा है।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी(PLA) की फिर एक हरकत सामने आई है। सूत्रों के अनुसार, चीनी आर्मी ने पिछले महीने उत्तराखंड के बाराहोती सेक्टर से लगे बॉर्डर पर सीमा उल्लंघन किया।
यह समझौता सुनिश्चित करता है कि इस क्षेत्र में एलएसी का दोनों पक्षों द्वारा कड़ाई से पालन और सम्मान किया जाएगा और यथास्थिति में एकतरफा बदलाव नहीं होगा। इससे आमने-सामने के एक और संवेदनशील क्षेत्र का समाधान हो गया है।
भारत के इंडियन स्पेशल फ्रंटियर फोर्स में कई जांबाज सैनिक तिब्बती ही हैं। वह ऊंचाई पर और विपरीत परिस्थितियों में लड़ने के माहिर माने जाते हैं।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में कई जगहों पर मई 2020 से गतिरोध है। दोनों पक्षों में 11 राउंड की वार्ता हो चुकी है। 12वें राउंड की वार्ता जल्द शुरू होने की उम्मीद है। फिलहाल, चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी 100वां वर्ष अपने स्थापना की मना रही है।
रक्षा मंत्रालय ने यह साफ कर दिया कि एलएसी पर भारतीय सीमा क्षेत्र फिंगर 4 तक नहीं, बल्कि फिंगर 8 तक है। रक्षा मंत्रालय ने पैंगोंग त्सो झील पर पीछे हट रहीं भारत और चीन की सेनाओं को लेकर फैलाई जा रही गलत और भ्रामक जानकारी पर संज्ञान लेते हुए यह जानकारी दी। साथ ही मंत्रालय ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दोनों सदनों में इस बारे में स्पष्ट जानकारी सबके सामने रखी है।
एलएसी पर तनाव के बीच लद्दाख के मोल्डो में रविवार को भारत और चीन के बीच 9वें दौर की बातचीत करीब 15 घंटे चली। देर रात ढाई बजे मीटिंग खत्म हुई। बैठक में तनाव कम करने को लेकर बातचीत हुई। दोनों देशों में 8 बार बातचीत हो चुकी है लेकिन लद्दाख में गतिरोध का समाधान नहीं निकला।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल में हैं। पीएम ने सबसे पहले कोलकाता में नेताजी भवन का दौरा किया। करीब 15 मिनट तक नेताजी भवन में बिताने के बाद पीएम मोदी विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित ‘पराक्रम दिवस’ समारोह को संबोधित करेंगे।
पूर्वी लद्दाख में सीमा को लेकर भारत और चीन के बीच विवाद अभी निपटा नहीं है। इसी बीच चीन की हर रणनीति को नाकाम करने के उद्देश्य से भारतीय सेना ने एलएसी पर कुछ बदलाव किए हैं। आईए जानते हैं अनीश सिंह की खास रिपोर्ट...
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सीमा विवाद को लेकर चीन को कड़ी फटकार लगाई है। एस जयशंकर ने कहा, चीन के साथ रिश्ते अब बहुत खराब दौर में हैं। इन्हें काफी नुकसान पहुंचा है। विदेश मंत्री ने कहा, चीन एलएसी पर शांति के लिए किए गए समझौतों को ही मान नहीं रहा है।