जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) से भारत ने अपनी क्षमताओं से दुनिया को परिचित किया है। इसका इस्तेमाल से देश की समृद्ध विरासत का प्रदर्शन किया गया है।
दिल्ली में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के स्वागत की तैयारियां जोरदार तरीके से चल रही हैं। कुछ ही देर में वे भारत की धरती पर होंगे। उनकी सुरक्षा के जबरदस्त बंदोबस्त किए गए हैं। यूएस प्रेसीडेंट का काफिला सबसे बड़ा होगा।
दिल्ली में 9-10 सितंबर को G20 समिट के लिए सिक्योरिटी के कड़े इंतजाम किए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, G20 देशों की बैठक के दौरान नई दिल्ली क्षेत्र में रहने वाले लोगों को ही प्रवेश और निकास की अनुमति दी जाएगी।
दिल्ली में 9-10 सितंबर को जी20 देशों की बैठक होने जा रही है। रूस भी जी20 देशों का सदस्य है, लेकिन वहां के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत नहीं आ रहे हैं। आखिर क्या हैं वो वजहें, जिनके चलते पुतिन दिल्ली नहीं आ रहे हैं।
जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) में शामिल होने के लिए शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन दिल्ली आएंगे। उनकी सुरक्षा तीन लेयर वाली होगी। SPG के कमांडो भी सुरक्षा के लिए तैनात होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20वें आसियान-इंडिया शिखर सम्मेलन (20th ASEAN-India Summit) में फ्री और ओपन इंडो पैसिफिक की बात की है। यह चीन को चुभ सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) स्थल जाने के लिए मंत्री अपनी कारों का इस्तेमाल नहीं करेंगे। उन्हें वीआईपी कल्चर में नहीं पड़ना है।
जी 20 की बैठक 8 से 10 सितंबर के बीच दिल्ली में होना है। इस सम्मेलन से पहले 'शेरपा' की काफी चर्चा हो रही है। भारत की अध्यक्षता में हो रही G20 की बैठक के शेरपा अमिताभ कांत हैं।
भारत की अध्यक्षता में 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं दिल्ली को जबरदस्त तरीके से सजाया-संवारा गया है।
जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान 8 से 10 सितंबर के बीच किसी भी तरह की इमरजेंसी के लिए दिल्ली के 5 अस्पताल अलर्ट मोड पर रहेंगे। इसके अलावा 80 डॉक्टरों की टीम और 130 एम्बुलेंस (Ambulance) भी हरदम तैनात रहेंगी।