कांग्रेस ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए सभी 70 उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। शनिवार को पार्टी की ओर से प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की जाएगी। बीजेपी से निकाले जाने के बाद कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत की बहू को भी टिकट मिल सकता है।
रविवार को बीजेपी ने हरक सिंह रावत के बगावती तेवरों के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रावत को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था। इससे पहले भाजपा की उत्तराखंड इकाई की कोर ग्रुप बैठक के दौरान हरक सिंह रावत शामिल नहीं हुए थे।
नामांकन प्रक्रिया 21 जनवरी से शुरू होकर 28 जनवरी तक चलेगी। नामांकन पत्रों की जांच 29 जनवरी को होगी। 31 जनवरी को नाम वापसी की अंतिम तिथि रखी गई है। नाम वापसी के बाद चुनाव मैदान में डटे प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी कर दी जाएगी।
प्रदेश में उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करने में कांग्रेस पिछड़ गई है। कांग्रेस की ओर से दिसंबर तक पहली सूची जारी करने का दावा किया गया था। इसके बाद कहा गया कि जनवरी के पहले हफ्ते में नाम का ऐलान हो जाएगा।
सुबोध उनियाल को नरेंद्र नगर, प्रीतम सिंह पंवार को धनौल्टी, गणेश जोशी को मसूरी, मदन कौशिक को हरिद्वार, श्रीनगर से धन सिंह रावत और चौबट्टाखाल से सतपाल महाराज को टिकट दिया है।
पांचवीं विधानसभा के चुनाव के लिए भाजपा ने बुधवार को 60 से अधिक टिकट फाइनल कर दिए हैं। बाकी बची सीटों पर दोबारा मंथन के बाद लिस्ट जारी होगी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि गुरुवार को उम्मीदवारों के नाम का ऐलान हो जाएगा।
कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि हरक सिंह रावत को पार्टी में वापस लेने का फैसला पार्टी नेतृत्व को करना है।
बीजेपी सरकार के इस टर्म में सबसे ज्यादा करीब चार साल तक मुख्यमंत्री रहने वाले त्रिवेंद्र सिंह रावत के चुनाव लड़ने पर काफी समय से सस्पेंस था। अब वह खुद चुनाव न लड़ने की इच्छा जता चुके हैं। रावत डोईवाला सीट से तीन बार 2002, 2007 और 2017 का चुनाव जीत चुके हैं।
प्रदेश में ठिठुरन भरे इस मौसम में कई जगह हिमपात होने से न सिर्फ मतदान कर्मचारियों को बल्कि स्थानीय लोगों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ दलों का मामना है कि दूरदराज के क्षेत्रों में बर्फ गिरने से मतदान के दिन मतदान केंद्रों तक पहुंचने में पेरशानी होगी।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव-2022 के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा। कर्नल रावत का कहना है कि उनके परिवर और भाजपा की विचारधारा बहुत मिलती है। ऐसे में वह बीजेपी ज्वाइन कर जनता की सेवा करना चाहते हैं।