उमेश पाल हत्याकांड को लेकर पुलिस की टीम लगातार तलाश में जुटी हुई है। इस बीच माफिया अतीक अहमद की बहन और भांजियों को भी वांछित किया गया है। इस मामले में अभी तक शूटर्स का पता नहीं चल सका है।
उमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस की टीम लगातार छानबीन में जुटी हुई है। इसी बीच माफिया अतीक अहमद के घर से एक रजिस्टर मिला है जिससे कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
उमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस ने जेल में बंद अतीक के गुर्गों से पूछताछ की। इस पूछताछ में कई राज सामने आए हैं। बताया गया कि शूटर्स तक पैसे शाइस्ता ने ही पहुंचाए थे।
उमेश पाल अपहरण केस में माफिया अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा मिलने के बाद उसे साबरमती जेल पहुंचा दिया गया है। यहां कैदी नंबर 17052 के तौर पर उनकी पहचान होगी। अब उसे सजायाफ्ता कैदी के तौर पर काम भी करना होगा।
माफिया अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा सुनाने वाले जज दिनेश चंद्र शुक्ला की सुरक्षा को बढ़ाया गया है। उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। जज ने उमेश पाल अपहरण केस में यह फैसला सुनाया था।
उमेश पाल किडनैपिंग केस में अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। वह इस वक्त यूपी की जेल में सलाखों के पीछे है। लेकिन अतीक को गुजरात के साबरमती से प्रयागराज ले जाने से पहले पुलिस उसे राजस्थान के कोटा पुलिस थाने लेकर गई थी।
उमेश पाल अपहरण केस में सजा के ऐलान के बाद अतीक अहमद के सियासी करियर पर ग्रहण लग गया है। अतीक अहमद सजा के ऐलान के बाद अब चुनाव नहीं लड़ पाएगा। वहीं इसके बाद परिवार के लोगों के सियासी करियर की नाव भी डगमगाती दिख रही है।
अशरफ ने खुद की हत्या की आशंका जताई है। उसका कहना है कि जेल के भीतर उसे कोई खतरा नहीं है। हालांकि यदि उसकी हत्या होगी तो एक पत्र सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट और सीएम के सामने खुलेगा।
यूपी में बीते दिनों हुए उमेश पाल अपहरण मामले में प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने अतीक समेत तीन दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक अहमद को दोषी करार दिया गया। इस बीच तमाम अधिवक्ता वहां पर जूतों की माला लेकर पहुंचे। उनका कहना था कि वह अतीक अहमद को यह जूतों की माला पहनाना चाहते हैं।