21 मार्च, मंगलवार को पहले पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग और इसके बाद उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा शुभ और शुक्ल नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 3:34 से शाम 5:04 तक रहेगा।
Bhaumvati Amavasya 2023: 21 मार्च, मंगलवार को चैत्र मास की अमावस्या है। मंगल का एक नाम भौम भी है। मंगलवार को अमावस्या का संयोग होने से ये भौम अमावस्या कहलाएगी। इस दिन मंगल दोष की दोष की शांति के लिए उपाय करना शुभ माना जाता है।
Bhutadi Amavasya 2023 Date: पंचांग के अनुसार, एक साल में 12 अमावस्या होती है, लेकिन भूतड़ी अमावस्या साल में सिर्फ एक बार ही आती है। ये अमावस्या बहुत खास मानी गई है। इसका नाम भी काफी डरावना है।
Bhutadi Amavasya 2023: चैत्र मास की अमावस्या बहुत खास होती है, इसे भूतड़ी अमावस्या कहते हैं। इस दिन कई प्रमुख नदियों के किनारे मेलों का आयोजन होता है। जिन लोगों पर ऊपरी हवा का साया होता है, उनकी शुद्धि के लिए ये दिन बहुत ही खास होता है।
Somvati Amavasya 2023: हिंदू पंचांग में कुल 16 तिथियां बताई गई हैं। इनमें से अमावस्या भी एक है। इस तिथि को अन्य सभी तिथियों से अधिक महत्व दिया जाता है। इसके पीछे कई कारण हैं। इस तिथि से कई मान्यताएं और परंपराएं भी जुड़ी हैं।
Aaj Ka Panchang: 20 फरवरी, सोमवार को पहले धनिष्ठा नक्षत्र होने से शुभ और इसके बाद शतभिषा नक्षत्र होने से अमृत नाम के 2 शुभ योग इस दिन बनेंगे। इनके अलावा परिघ और शिव नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
Somvati Amavasya 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, एक महीने में दो पक्ष होते हैं शुक्ल और कृष्ण। कृष्ण पक्ष के अंतिम दिन को अमावस्या कहते हैं। इस तिथि के स्वामी पितृ देवता हैं। इसलिए इस तिथि पर श्राद्ध, तर्पण आदि कार्य किए जाते हैं।
Somvati Amavasya 2023: धर्म ग्रंथों के अनुसार, जिस सोमवार को अमावस्या का संयोग बनता है, उसे सोमवती अमावस्या कहते हैं। इस बार साल 2023 की पहली सोमवती अमावस्या का संयोग फरवरी में बन रहा है। कई शुभ योग भी इस दिन बनेंगे।
Mauni Amavasya 2023 Shubh Muhurat: इस बार 21 जनवरी को माघ मास की अमावस्या है। इसे मौनी अमावस्या कहते हैं। इस एकादशी का महत्व कई धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस मौके पर पवित्र नदियों के किनारे धार्मिक मेलों का आयोजन किया जाता है।
Aaj Ka Panchang: 21 जनवरी, शनिवार को पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से मातंग और इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से चर नाम के 2 शुभ योग इस दिन बनेंगे। इनके अलावा हर्षण और वज्र नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।