अयोध्या में राममंदिर-बाबरी मस्जिद को लेकर शुक्रवार को 37वें दिन सुनवाई हुई। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अयोध्या मामले 17 अक्टूबर तक सुनवाई पूरी हो जाएगी। इससे पहले कोर्ट ने 18 अक्टूबर तक सुनवाई पूरी करने का वक्त दिया था।
सुप्रीम कोर्ट अयोध्या के रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है। माना जा रहा है कि अदालत 23 दिन के अंदर फैसला सुना देगी। इसी बीच आर्कियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया नॉर्थ के पूर्व रीजनल डायरेक्टर केके मोहम्मद ने दावा किया है कि काफी पुरातत्व सबूत हैं जो यह सिद्ध करते हैं कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद से पहले राम मंदिर था।
सुप्रीम कोर्ट ने कश्मीर से जुड़े सभी मामलो की सुनवाई टाल दी है। कश्मीर से जुड़ी याचिकाओं को खारिज करते हुए कोर्ट ने अयोध्या मामले को जरूरी और महत्वपूर्ण बताया।
सोमवार को अयोध्या मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 34वें दिन की सुनवाई होगी। 33वें दिन की सुनवाई शुक्रवार को हुई थी। जिसमें मुस्लिम पक्ष की वकील मीनाक्षी अरोड़ा ने पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट के निष्कर्ष पर सवाल उठाए थे। मीनाक्षी ने कहा था कि रिपोर्ट की समरी में नंबरिंग के बारे में कुछ स्पष्ट नहीं है जबकि फीमेल डेटी के बारे में कुछ पेश नहीं किया गया।
अयोध्या मामले को लेकर रामजन्म भूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य व भाजपा के पूर्व सांसद डॉक्टर राम विलास वेदांती ने बड़ा बयान दिया है। वेदांती ने कहा है कि विवादित स्थल को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई कांग्रेस के इशारे पर मुस्लिम पक्षकार लटकाने में लगे हुए हैं।
यूपी के अयोध्या में विजिलेंस विभाग की टीम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिओम श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक, हरिओम को उनके घर से उस समय गिरफ्तार किया, जब वो मसौधा सीएससी में तैनात चिकित्सक विजय प्रताप सरोज से मिल रहे थे।
सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या भूमि विवाद पर सुनवाई के लिए CJI रंजन गोगोई ने एक बार फिर जोर देकर कहा कि मामले में सभी दलीलें 18 अक्टूबर तक पूरी हो जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी पक्षों के पास सिर्फ साढ़े दस दिन का वक्त बचा है। CJI रंजन गोगोई का कार्यकाल 17 नवंबर में समाप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर फैसला चार सप्ताह में सुनाया जाता है, तो यह एक चमत्कार होगा।
हिंदू महासभा के नेता स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि अगर रामजन्म भूमि और बाबरी मस्जिद मामले में फैसला हिंदुओं के पक्ष में आता है तो अयोध्या में सोने की ईटों से भव्य मंदिर बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट यह नहीं चाहती है कि कोई पक्ष बाद में कहे कि उसको मौका नहीं दिया गया। इसीलिए शनिवार को भी सुनवाई करना शुरू कर दी है। मुझे पूर्ण विश्वास है जो लक्ष्य माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने निर्धारित कर दिया होगा।
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि यदि दोनों पक्ष चाहें तो राम-जन्मभूमि व बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मध्यस्थता से हल कर सकते हैं।