महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने सरकार चलाने के लिए कार्यक्रम तैयार किया है। जिसमें तीनों दलों ने किसानों के मुद्दों को प्राथमिकता से रखा है। इसके साथ ही बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने की नीति तैयार की जा रही है। साथ ही प्रदेश में गांव और शहरों को 24 घंटे बिजली आपूर्ती का भी मसौदा तैयार किया जा रहा है।
महाराष्ट्र में राष्ट्र्रपति शासन के बाद शिवेसना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने राष्ट्र्रपति शासन पर सवाल उठाए। उद्धव ठाकर ने कहा कि भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दिया गया था, लेकिन जब उन्होंने इनकार कर दिया तो राज्यपाल ने हमें बुलाया।
महाराष्ट्र में चुनाव नतीजों 18 दिन बाद भी राजनीतिक संकट जारी है। शिवसेना राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा दिए वक्त में सहयोगी पार्टी का समर्थन पत्र पेश नहीं कर सकी।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर सोमवार को दिन भर चले सियासी ड्रामे का अंत हो गया। अब शिवसेना सरकार बना पाने नाकाम हो गई। जिसके बाद बीजेपी ने कार्टून शेयर कर तंज कसा है।
महाराष्ट्र में दिनभर चली रस्साकसी के बावजूद सरकार बनने का रास्ता साफ होते नहीं दिख रहा है। राज्यपाल ने 3 दिन के अंदर तीसरी पार्टी को सरकार बनाने का न्योता भेज दिया है।
महाराष्ट्र में भाजपा के सरकार बनाने से मना करने के बाद राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने शिवसेना को न्योता दिया है। शिवसेना ने सरकार बनाने की इच्छा जताई है। माना जा रहा है कि शिवसेना को एनसीपी और कांग्रेस समर्थन दे सकती है।
महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना के बीच आपसी कलह के बाद सरकार को लेकर मतभेद बना हुआ है। हालाकि, अब माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शरद पवार की पार्टी एनसीपी शिवसेना को समर्थन दे सकती है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे लगभग आ चुके हैं, जिसमें भाजपा 105, कांग्रेस 44, एनसीपी 54 और शिवसेना 56 सीटों पर आगे है। 2019 के चुनाव परिणामों की तुलना 2014 से करें तो भाजपा को 122, कांग्रेस को 42, एनसीपी को 41 और शिवसेना को 63 सीट मिली थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे ने राष्ट्रीय कांग्रेस और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस का विलनिकरण होने के बारे में बड़ा बयान किया है। भविष्य में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस एकत्रित आएंगे। वे (राकांपा) भी अब थक चुके हैं और हम (inc) भी अब तक गए हैं, ऐसा शिंदे ने कहा।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस को उनके खिलाफ आये सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए और राजनीति छोड़ देनी चाहिए।