जम्मू-कश्मीर से धारा 370(Article 370) हटने के बाद पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat)30 सितंबर को जम्मू-कश्मीर पहुंच रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के साथ सुरक्षा बलों का मुठभेड़ चल रहा है। सुरक्षा बलों ने बांदीपोरा क्षेत्र में दो आतंकवादियों को मार गिराया है।
UNGA में पाकिस्तान ने RSS और कश्मीर पर विवादास्पद बयान देकर अपनी फजीहत करा ली है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंच का झूठ और गलत बोलने के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
बीते कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ सी गई थी। राज्य सरकार आतंकी मंसूबों को फेल करने के लिए सख्त कदम उठा रही है।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, जम्मू-कश्मीर के अनुसार, बारामूला जिले के ऊपरी इलाकों में कफरनार बहक में बादल फटने की सूचना है। वहीं, राजौरी जिले के पांच बकरवाल लापता बताए जा रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर का श्रीनगर इन दिनों आतंकियों का साफ्ट टारगेट बन गया है। राज्य में इस साल आतंकी गतिविधियों में कमी देखी गई है लेकिन श्रीनगर में यह आंकड़े कुछ और ही बयां कर रहे हैं।
कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए घाटी में इंटरनेट और मोबाइल सेवा सस्पेंड कर दी गई थी।
राहुल गांधी इससे पहले अगस्त में भी जम्मू-कश्मीर का दौरा कर चुके हैं। राहुल गांधी दो दिन के दौरे पर यहां पहुंचे थे। इस दौरान राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यालय का उद्घाटन किया था।
हुर्रियत कांफ्रेंस के संस्थापक सदस्य के रूप में गिलानी के रिकॉर्ड को याद करना उचित होगा। लेकिन वह अलग हो गया और 2004 में अपनी तहरीक-ए-हुर्रियत का गठन किया।
पाकिस्तान पोषित आतंकी संगठनों की नजर भारत का अभिन्न क्षेत्र जम्मू-कश्मीर पर हमेशा से रहा है। पाकिस्तान हमेशा से घाटी में घुसपैठ कराता रहता है। एलएसी पर आतंकी कैंप्स को पूरा प्रश्रय देता है।