संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और कर्ज माफी सहित अपनी मांगों को स्वीकार करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए 'दिल्ली चलो' मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं।
पंजाब के किसानों को 5 फसलों पर MSP लागू करने की बात की गई थी। इन फसलों में कपास, मक्का, अरहर, उड़द और मसूर दाल शामिल है। इसका उद्देश्य किसानों को गेहूं और धान, दोनों ही जल-गहन फसलों से अलग विविधता लाने में मदद करना था।
अपनी 12 मांगों को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं। शनिवार को उनके आंदोलन का 5वां दिन है। उनकी मांगों में सबसे ज्यादा चर्चा एमएसपी यानी न्यूनतम मूल्य और Loan Waiver की है। सरकार अभी 24 फसलों पर MSP देती है।
किसान आंदोलन के तहत भारत बंद का असर राजस्थान में देखने को मिल रहा है। यहां से पंजाब और हरियाणा जानेवाली बसों पर रोक लगा दी है। वहीं रेलवे ने दो ट्रेनें भी रद्द कर दी है।
किसानों के दिल्ली कूच के चलते पूरे दिल्ली-एनसीआर का ट्रैफिक सिस्टम चौपट है। इस बीच सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाएं देने जा रहे छात्रों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है।
दिल्ली में सुरक्षाकर्मियों ने बॉर्डर सील करने के अलावा आम लोगों के आने-जाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण रास्ते खुले रखे हैं।
किसान आंदोलन में शामिल होने दिल्ली जा रहे किसानों को रोकने के लिए पुलिस द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। जिसके चलते देशभर में हड़कंप मचा है। किसान आंदोलन के चलते मध्यप्रदेश के उज्जैन में भी हंगामा हो गया है।
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने बताया है कि इस आंदोलन से अभी करीब 10 हजार ट्रक अलग-अलग जगहों पर फंस गए हैं। इनमें से 6 से 7 हजार ट्रक ऐसे हैं, जिन्हें दिल्ली में सामानों की सप्लाई करनी है।
हरियाणा-पंजाब के किसान कई मांगों को लेकर दिल्ली कूच किए हैं। किसान सरकार से एमएसपी गारंटी कानून, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने और किसान ऋण माफ करने के लिए आंदोलित हैं।
हरियाणा के आधा दर्जन से अधिक जिलों में मोबाइल इंटरनेट सर्विस, बल्क मैसेज और सभी प्रकार के डोंगल सर्विस को बैन कर दिया गया है। यह बैन 13 फरवरी तक प्रभावी रहेगा।