किसान आंदोलन को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने बड़ा आरोप लगाया है। भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि 26 जनवरी को हमें मालूम पड़ा था कि जितने भी यह संगठन सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे थे। ये सब कांग्रेस के खरीदे हुए और कांग्रेस के भेजे हुए संगठन थे। कांग्रेस इनको फंडिंग कर रही थी।
कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा कि केंद्र सरकार इन कानूनों में संशोधन के लिए तैयार है। वहीं, उन्होंने आंदोलन की मंशा पर भी सवाल उठाए।
दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन का शनिवार को 100 दिन पूरे हो गए हैं। आज किसान केएमपी (कुंडली मानेसर पलवल) एक्सप्रेसवे की 5 घंटे की नाकाबंदी के साथ काला दिवस के रूप में मनाएंगे। डासना, दुहाई, बागपत, दादरी, ग्रेटर नोएडा पर जाम किया जाएगा। किसान काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
बीबीसी के एक लाइव कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। दरअसल, बीबीसी एशियाई नेटवर्क के बिग डिबेट रेडियो शो के दौरान एक वक्ता ने पीएम मोदी को लेकर अपशब्द कहे। इस घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर भी काफी विरोध हो रहा है।
किसान आंदोलन (Kisan Aandolan) को अब तक कई बॉलीवुड सेलेब्स का समर्थन मिल चुका है। इनमें धर्मेन्द्र (Dharmendra) भी शामिल हैं। धर्मेन्द्र पहले भी दबी जुबां में ही सही, लेकिन किसान आंदोलन का समर्थन कर चुके हैं। हाल ही में धर्मेंद्र ने अपनी फोटोज का एक वीडियो बनाकर उस पर एक शेर लिखते हुए शेयर किया।
पिछले तीन महीने से चले आ रहे किसान आंदोलन का असर बंगाल और केरल सहित 5 राज्यों में होने जा रहे विधानसभा पर कितना असर डालेगा, यह तो समय बताएगा, लेकिन इस 'टेंशन' से निपटने भाजपा अपनी तैयारी कर रही है। इन्हीं मुद्दों के बीच 21 फरवरी को भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की एक अहम मीटिंग हुई। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया।
कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान गुरुवार को देशभर में 4 घंटे तक रेल रोकेंगे। वहीं, रेलवे ने किसानों के इस ऐलान को देखते हुए प्रोटेक्शन स्पेशल फोर्स की 20 अतिरिक्त कंपनियां तैनाती की हैं। रेलवे ने कहा, हम चाहते हैं कि किसान यात्रियों के लिए असुविधा पैदा ना करें और ये चार घंटे आसानी से बीत जाएं।
भारत में कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन चल रहा है। इस आंदोलन की आड़ में विदेशी ताकतें भी भारत के खिलाफ साजिश रचने की कोशिश में जुटी हैं। इसी बीच खुफिया एजेंसियों R&AW और आईबी ने बड़ा खुलासा किया है। दरअसल, खालिस्तान कमांडो फोर्स ने दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं को टारगेट करने का प्लान बनाया है। खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, यह साजिश रचने वाले लोग बेल्जियम और यूके में बैठे हैं।
किसान आंदोलन के चलते पंजाब निकाय चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। यहां हुए निकाय चुनाव में कांग्रेस ने सातों नगर निगमों में जीत हासिल की है। कांग्रेस ने मोगा, होशियारपुलर, कपूरथला, भठिंडा, पठानकोट, बटाला और अबोहर में कांग्रेस जीत चुकी है।
भारत में लंबे वक्त से कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन जारी है। इसी आंदोलन के बारे में ट्वीट कर हाल ही में चर्चा में आने वालीं मीना हैरिस को अमेरिका के व्हॉइट हाउस से बड़ा झटका लगा है। दरअसल, व्हॉइट हाउस ने चेतावनी दी है कि वे अपना ब्रांड चमकाने के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नाम का इस्तेमाल ना करें।