कृषि कानूनों पर विरोध कर रहे किसानों और सरकार के बीच शुक्रवार को 11वें दौर की बातचीत दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई। बैठक 3 घंटे चली। बैठक में सरकार ने किसानों के सामने नया प्रस्ताव रखा। सरकार ने कहा कि वे कृषि कानूनों के अमल पर 2 साल तक रोक लगाने के लिए तैयार हैं। अगर किसान इस प्रस्ताव पर तैयार हैं, तो आगे की चर्चा के लिए शनिवार को अगले दौर की बैठक हो सकती है। यह जानकारी किसान नेता राकेश टिकैत ने दी।
ट्रैक्टर मार्च पर सुप्रीम कोर्ट ने किसी भी तरह से दखल देने से मना कर दिया। चीफ जस्टिस ने पिछली सुनवाई में कही बात को दोहराया। कोर्ट ने कहा कि ये मामला पुलिस के हाथ में है। पुलिस ही इसपर इजाजत दे। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने कहा था कि दिल्ली के अंदर किसे घुसने देना है या किसे नहीं, इसका फैसला दिल्ली पुलिस को करना है।
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन 55वें दिन भी जारी रहा। किसानों संगठनों ने ऐलान किया है कि 23-24 जनवरी को किसान संसद का आयोजन किया जाएगा। यह सिंघु बॉर्डर के पास गुरु तेग बहादुर मेमोरियल में किया जाएगा। वहीं, 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा।
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक तस्वीर खूब वायरल हो रही है, जिसमें कहा जा रहा है कि कोका कोला कंपनी ने ‘किसान आंदोलन’ के समर्थन में ये बोतल जारी किया है। जिसके ऊपर अंग्रेजी में ‘किसान एकता’ और ‘सपोर्ट फार्मर’ लिखा हुआ है।
कृषि कानूनों के खिलाफ 26 जनवरी को किसानों के ट्रैक्टर मार्च के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट बुधवार को सुनवाई करेगा। किसानों के ट्रैक्टर मार्च के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। पुलिस मार्च को रोकना चाहती है, वहीं किसानों का कहना है कि वह शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर मार्च निकालेंगे। रविवार को 40 किसान संगठनों का संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि वह 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। कृषि कानूनों को खत्म करने के लिए हम कुछ भी करने के लिए तैयार हैं।
केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ 53 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर धरना-प्रदर्शन पर डटे किसानों ने सरकार और सुप्रीम कोर्ट की सभी दलीलें ठुकराते हुए 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान कर दिया है। बता दें कि किसान दिल्ली-एनसीआर बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने रविवार को किसानों की मीटिंग के बाद कहा कि सरकार को कृषि कानून वापस लेने ही पड़ेंगे। टिकैत ने 2024 तक आंदोलन करते रहने की बात भी कही है।
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन जारी है। इसी बीच आंदोलन में सिख फॉर जस्टिस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 40 लोगों को नोटिस भेजकर तलब किया है। इन 40 लोगों में संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य बलदेव सिंह सिरसा और पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू के नाम शामिल हैं।
माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स अब अमेरिका के सबसे बड़े किसान बन गए हैं। उन्होंने अमेरिका के 18 राज्यों में कुल 2 लाख 42 हजार एकड़ खेती की जमीन खरीदी है। इसके लिए उन्होंने 1,251 करोड़ रुपए चुकाए हैं। अब बिल गेट्स 2,68,984 एकड़ जमीन के मालिक हैं।
किसान नेता बालदेव सिंह सिरसा की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। उन्हें राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पूछताछ के लिए बुलाया है। उनसे ये पूछताछ भारत विरोधी संगठनों की ओर से कई एनजीओ को की गई फंडिंग को लेकर की जाएगी।
कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। इसी बीच मुद्दे को हल करने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी से भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह मान ने अपना नाम वापस ले लिया है। भूपेंद्र सिंह मान ने कहा कि वे किसानों के साथ हैं।