देश में पिछले 24 घंटे में करीब 10000 केस बढ़ गए। बीते दिन 44 हजार के करीब मामले सामने आए हैं। वहीं, मौतें भी 930 हुईं, जबकि 5 जुलाई को यही आंकड़ा 552 था। इस बीच WHO ने डेल्टा वेरिएंट को लेकर सतर्क रहने को कहा है।
एसबीआई की रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि भारत में दूसरी लहर 7 मई को चरम पर थी। दूसरी लहर अप्रैल में भारत में आई और मई में चरम पर पहुंच गई, जिससे दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल और अन्य राज्यों के हजारों परिवार को प्रभावित किया।
डॉक्टर गुलेरिया ने कहा, वैक्सीन पूरा होने तक हमें आक्रामक तरीके से काम करना होगा। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि पूरे देश में लॉकडाउन लगाने से महामारी पर कंट्रोल नहीं मिलेगा, क्योंकि इससे आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होंगी।
बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तीसरी लहर को लेकर वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार 5,000 हेल्थ अस्टिटेंट तैयार करने की एक बहुत महत्त्वाकांक्षी योजना बनाई है। यह हेल्थ अस्टिटेंट डॉक्टर और नर्स के अस्टिटेंट के रूप में काम करेंगे।
पश्चिम बंगाल में कोविड -19 रविवार को बढ़कर 14,61,257 हो गया। यहां 84 लोगों की कोरोना से मौत हुई। अब मौत का आंकड़ा 16,896 तक पहुंचा गया है। उत्तर 24 परगना जिले में सबसे अधिक 597 नए मामले दर्ज किए गए। इसके बाद कोलकाता में 426 मामले दर्ज किए गए।
कोरोना की दूसरी लहर से पूरा देश जूझ रहा है। इसी बीच अब कोरोना की चपेट में बच्चे भी आने लगे हैं। पिछले दो दिन में दिल्ली में कोरोना ने दो बच्चों को लील लिया। ये बच्चे संक्रमित थे और इन बच्चों का इलाज दिल्ली के गुरु तेगबहादुर अस्पताल में चल रहा था।
देश में कोरोना की दूसरी लहर का खतरा अभी टला भी नहीं है कि कुछ विशेषज्ञों ने कोरोना की तीसरी लहर की भी संभावना जताना शुरू कर दिया है। बेंगलुरु में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ में प्रोफेसर डॉक्टर गिरिधारी बाबू ने कहा, तीसरी लहर के कई फैक्टर हो सकते हैं। इसका असर दिसंबर में देखने को मिल सकता है। जैसे कि कितने लोगों को वैक्सीन लगी है। सुपर स्प्रेडर घटनाओं को रोकने के लिए क्या-क्या इंतजाम करते हैं। कोरोना के नए वेरिएंट का पता कितनी जल्दी लगा लेते हैं। ये सभी फैक्टर बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन ने चेतावनी दी है, कि कोरोना की तीसरी लहर भी देश में आएगी, इसको रोका नहीं जा सकता है। हालांकि ये कब आएगी इसे लेकर उन्होंने कोई जानकारी नहीं है।
केंद्र सरकार ने 1 मई से देश में 18-44 साल के लोगों के वैक्सीनेशन का ऐलान किया था। हालांकि, ज्यादातर राज्यों में वैक्सीन की कमी के चलते यह शुरू नहीं हो सका। हालांकि, 9 राज्यों में अब तक 18-44 साल के 6.71 लाख लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दी।
दिल्ली कोरोना की तीसरी लहर को पार कर चुका है। सीएम केजरीवाल ने कहा, देश में सबसे अधिक टेस्ट दिल्ली में हो रहा है। शनिवार को मीडिया को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, दिल्ली के लोगों के प्रयासों से हमने कोरोना की तीसरी लहर को प्रभावी ढंग से और सफलतापूर्वक पार कर लिया है।