भारत में कोरोना की दूसरी लहर लगातार कमजोर पड़ती जा रही है। हालांकि, कयास लगाए जा रहे हैं कि तीसरी लहर और खतरनाक साबित हो सकती है। इतना ही नहीं यह भी कहा जा रहा है कि इसमें बच्चों के ज्यादा संक्रमित होने की आशंका है। लेकिन इन सबके बीच केंद्र सरकार ने राहत भरा दावा किया है।
यह मामला जयपुर में एक निजी अस्पताल को 7 जून की देर रात 12 बजे से सुबह 4:30 बजे के बीच का बताया जा रहा है। पीड़िता ने पूरे मामले की शिकायत शास्त्री नगर थाने में केस दर्ज करवाया है। लेकिन पुलिस जब मौके पर आरोपी को पकड़ने के लिए पहंची तो वह फरार हो गया।
राज्य सरकार ने जिन अफसरों का तबादला किया है उनमें 8 जिलों के एसपी शामिल हैं। जिसमें शराब तस्करी के मामले में विवादों में आए सिरोही के एसपी अभिलाष टांक और नागौर के एसपी श्वेता धनकड़ के नाम भी हैं।
मॉल, जिम, स्पा सेंटर, सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स, कोचिंग सेंटर, स्कूल-कॉलेज पूरी तरह से बंद रहेंगे। हालांकि, रेस्टोरेंट को पहले की तरह ऑनलाइन डिलीवरी की सुविधा जारी रहेगी।
अप्रैल से देश के विभिन्न राज्यों में लगाई गईं पाबंदियों में अब ढील देना शुरू हो गया है। कोरोना संक्रमण में लगातार गिरावट को देखते हुए कुछ शर्तों के साथ तमाम राज्यों से लॉकडाउन हटाया जाने लगा है। आइए जानते हैं संक्रमण को रोकने और गाइड लाइन का पालन कराने विभिन्न राज्य क्या कोशिशें कर रहे हैं, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए क्या प्रयास हो रहे हैं।
जिस तरह से कोरोना के नये मामलों में गिरावट आ रही है, उसे देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि संक्रमण की दूसरी लहर का खतरा टल गया है। पिछले 24 घंटे में सिर्फ 87 हजार से अधिक केस मिले हैं। यह 63 दिनों बाद सबसे कम आंकड़ा है। वहीं, मौतों पर भी अंकुश लगता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 2115 लोगों ने जान गंवाई। यह 46 दिनों बाद सबसे कम आंकड़ा है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी भी राज्य में नये मामले 20000 तक नहीं पहुंच सके।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में कई बच्चों को अपने माता-पिता खोने पड़ गए। ऐसे अनाथ हुए बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और परवरिश को लेकर कई राज्यों ने सार्थक पहल की है। लेकिन इस मामले में पश्चिम बंगाल और दिल्ली के रवैये को लेकर राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग(NCPCR) ने नाराजगी जाहिर की है। आयोग ने दोनों राज्यों के रवैये को असंवेदनशील बताया है।
कोरोना की दूसरी लहर का असर कम होता जा रहा है। 12 मई से लगातार केस कम हो रहे हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना गाइड लाइन में बदलाव किया है। इसके अनुसार अब हल्के लक्षण वाले मरीजों को दवा की जरूरत नहीं है। इधर, सोमवार को हुई मंत्रियों के समूह (GoM) की 28वीं बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि देश में 12 मई से देश में लगातार केस कम आ रहे हैं। 83% मामले 10 राज्यों में हैं।
दिल्ली में रविवार को कोरोना के 381 केस सामने आए। यह 15 मार्च के बाद एक दिन में मिले सबसे कम केस हैं। वहीं, 5 जून की तुलना में भी कोरोना की स्थिति में और सुधार देखने को मिला है, तब दिल्ली में 414 केस मिले थे, वहीं, 60 लोगों की मौत हुई थी।
बीजेपी के सेंट्रल मिनस्टर फग्गन सिंह कुलस्ते ने शराब को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि शराब एक बड़ा टॉनिक है और कोरोना महामारी के समय इसे पीना बहुत जरूरी है। इसलिए आज शराब को पीने वाले बहुत लोग हैं।