विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने दुनियाभर को कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सतर्क रहने को कहा है। इस बीच भारत में दूसरी लहर का असर अभी सामान्य स्थिति में नहीं आया है। पिछले 24 घंटे में 39 हजार नए केस मिले। रिकवरी भी करीब इतनी ही हुई। मौतें जरूर 101 दिन बाद सबसे कम 544 हुई हैं।
कोविड -19 महामारी की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए हरियाणा में होने वाले 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स, 2021' को स्थगित करने का निर्णय लिया जा रहा है। अब ये गेम फरवरी 2022 में आयोजित किए जाएंगे।
कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए पूरे देश में शासन-प्रशासन का सहयोग करने एवं संभावित पीड़ितों की सहायता हेतु विशेष “कार्यकर्ता प्रशिक्षण “ का आयोजन किया जायेगा।
देश में पिछले 24 घंटे में करीब 10000 केस बढ़ गए। बीते दिन 44 हजार के करीब मामले सामने आए हैं। वहीं, मौतें भी 930 हुईं, जबकि 5 जुलाई को यही आंकड़ा 552 था। इस बीच WHO ने डेल्टा वेरिएंट को लेकर सतर्क रहने को कहा है।
स्कूल खोलने को लेकर निर्णय बाद में किया जाएगा कि स्कूल कब खोंले,सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्राइवेट संस्थान इस साल फीस में वृद्धि नहीं कर सकते हैं।
देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर लगातार कमजोर होती जा रही है। पिछले 24 घंटे में सिर्फ 34 हजार केस मिले हैं। इस दौरान 552 लोगों की मौत हुई, जबकि 51 हजार रिकवर हुए। इस बीच SBI की रिपोर्ट ने दावा किया है कि अगस्त में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है।
एसबीआई की रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि भारत में दूसरी लहर 7 मई को चरम पर थी। दूसरी लहर अप्रैल में भारत में आई और मई में चरम पर पहुंच गई, जिससे दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल और अन्य राज्यों के हजारों परिवार को प्रभावित किया।
भारत में मिले कोरोनावायरस के डबल म्यूटेंट स्ट्रेन B.1.617.2 को ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने डेल्टा नाम दिया है। B.1.617.2 में एक और म्यूटेशन K417N हुआ है, जो इससे पहले कोरोनावायरस के बीटा और गामा वैरिएंट्स में भी मिला था। नए म्यूटेशन के बाद बने वैरिएंट को डेल्टा+ वैरिएंट या AY.1 या B.1.617.2.1 कहा जा रहा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी कोविड-19 को लेकर एक प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राहुल कोविड पर एक श्वेत पत्र जारी करेंगे।
डॉक्टर गुलेरिया ने कहा, वैक्सीन पूरा होने तक हमें आक्रामक तरीके से काम करना होगा। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि पूरे देश में लॉकडाउन लगाने से महामारी पर कंट्रोल नहीं मिलेगा, क्योंकि इससे आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होंगी।