देश की राजधानी दिल्ली से जहां दिल दहला देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। वहीं इन सब के बीच तेलंगाना से एक अनोखी और इमोशनल फोटो देखने को मिली। जहां एक महिला जिला कलेक्ट्रेट में अपनी समस्या अधिकारियों के पास पहंची थी।
आप नेता और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि धर्म या जाति पर ध्यान दिए बिना जांच होनी चाहिए और हिंसा भड़काने में शामिल पाए गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। राय ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे सिर्फ यह कहना है कि - धर्म या जाति पर ध्यान दिए बिना जांच होनी चाहिए और कार्रवाई होनी चाहिए चाहे वह ताहिर हुसैन हो या (भाजपा नेता) कपिल मिश्रा।’’
भैया जी जोशी ने कहा, सांप्रदायिक हिंसा से प्रभावित राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए आवश्यक कार्रवाई होनी चाहिए।
बोर्ड ने शहर में मौजूदा स्थिति के कारण परीक्षा नहीं दे पाए छात्रों की विस्तृत जानकारी मांगी है। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘बोर्ड ने स्कूल के प्रधानाचार्यों से 10वीं और 12वीं के ऐसे सभी छात्रों की जानकारी सीबीएसई के संबंधित क्षेत्रीय कार्यालयों को भेजने को कहा है जो दिल्ली में खराब हालत के चलते अब तक परीक्षा में नहीं बैठ पाए हैं।’’
दिल्ली हिंसा में 34 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 200 से ज्यादा लोग घायल हैं। 4 दिनों में 45 से ज्यादा लोगों पर FIR दर्ज हो चुकी है। इतनी बुरी हालत के बीच हरियाणा सरकार के मंत्री और निर्दलीय विधायक रंजीत चौटाला ने शर्मनाक बयान दिया है।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी की कानून-व्यवस्था में सुधार के लिए पुलिस को फ्री-हैंड देने की मांग की और कहा कि पीड़ितों की पूरी मदद की जाए।
उन्होंने लिखा, ‘‘ एक ओझल हुए पते की खोज, बंदूक की नोक पर देश में उफान लेता एक तूफान, शांत रहने वाले देश का हिंसक हो जाना, क्या यह लोकतंत्र का अंत है?’’
अमेरिकी सांसदों के भारत की राजधानी नयी दिल्ली में हिंसा पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इसके साथ ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इसे भारत का मामला बताए जाने पर सांसदों ने ट्रंप को नकारा बताया है।
सुपरस्टार रजनीकांत ने दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। इस हिंसा में अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हिंसा से कड़ाई से निपटना चाहिए था।
दिल्ली में नागरिकता कानून को लेकर हुई हिंसा को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में कहा, आखिर इस कानून को लेकर इतना बवाल क्यों? आखिर देश की छवि लोग क्यों खराब करना चाहते हैं? देश में आगजनी करके तोड़फोड़ करके निर्दोष लोगों को निशाना बनाकर वे लोग क्या चाहते हैं? वो एक बात साफ-साफ नोट कर लें कि गलतफहमी के शिकार न हों। क्योंकि कयामत का दिन कभी नहीं आएगा।