पूरी दुनिया खतरनाक कोरोनावायरस से जूझ रही है। इससे निपटने के लिए हर कोई अपने तरीके से कोरोना संक्रमितों को बचाने में जुटा हुआ है। इस जंग में राजस्थान एक महिला ने अलग तरह का जिम्मा संभाल रखा है।
धर्म शास्त्रों में पूर्णिमा तिथि को विशेष फलदाई माना गया है। उन सभी पूर्णिमाओं में माघी पूर्णिमा का महत्व कहीं अधिक है।
मध्य प्रदेश के खंडवा में ‘स्वामी विवेकानंद व्याख्यानमाला’ विषय पर भाषण देने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि वो नोट में धन की देवी लक्ष्मी की तस्वीर छापने के पक्ष में हैं।
इस बार 10 जनवरी, शुक्रवार को पौष मास की पूर्णिमा है। धर्म ग्रंथों के अनुसार ये तिथि बहुत ही विशेष है। पूर्णिमा तिथि पर देवी लक्ष्मी की पूजा से धन लाभ के योग बन सकते हैं।
इस बार 12 दिसंबर, गुरुवार को अगहन मास की पूर्णिमा है। पूर्णिमा तिथि पर देवी लक्ष्मी की पूजा से धन लाभ के योग बन सकते हैं।
पूर्णिमा तिथि पर देवी लक्ष्मी की पूजा से धन लाभ के योग बन सकते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इस बार पूर्णिमा और गुरुवार का योग होने से ये दिन और भी शुभ हो गया है।
ज्योतिष उपायों में अनेक चीजों का उपयोग किया जाता है, इत्र यानी परफ्यूम भी उनमें से एक है। इत्र का उपयोग आमतौर पर खुशबू के लिए किया जाता है।
न्याय और नीति के अनुसार काम करने वाले लोगों पर देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा रहती है। ऐसे लोगों को धन संबंधी कामों में विशेष लाभ मिलता है और घर में खुशहाली बनी रहती है।
कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी को आंवला (अक्षय) नवमी कहते हैं। इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है। इस बार ये पर्व 5 नवंबर, मंगलवार को है।
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को अक्षय नवमी व आंवला नवमी कहते हैं। इस दिन स्नान, पूजन, तर्पण तथा अन्न दान करने से हर मनोकामना पूरी होती है। अक्षय नवमी को आंवले के वृक्ष की पूजा करने का विधान है।