Vinayaka Chaturthi February 2024 Date: प्रत्येक हिंदू महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान श्रीगणेश के निमित्त व्रत किया जाता है, इसे विनायकी चतुर्थी और वरद चतुर्थी कहते हैं। इस व्रत को करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Vasant Panchami 2024 Shubh Muhurat: हर साल माघ मास में वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये उत्सव 14 फरवरी, बुधवार को मनाया जाएगा। मान्यता के अनुसार, इसी तिथि पर देवी सरस्वती का प्राकट्य हुआ था।
Gupt Navratri 2024 Date: धर्म ग्रंथों के अनुसार, एक हिंदू वर्ष में चार नवरात्रि मनाई जाती है। इनमें से 2 गुप्त नवरात्रि होती हैं। माघ मास में भी गुप्त नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व फरवरी 2024 में मनाया जाएगा।
Pradosh Vrat February 2024: हर महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है। ये व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस व्रत को करने से हर तरह की परेशानी दूर हो जाती है और सुख-समृद्धि बढ़ती है।
Magh Shivratri February 2024: हर हिंदू मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाता है। इसे शिव चतुर्दशी व्रत भी कहते हैं। माघ मास की मासिक शिवरात्रि का व्रत फरवरी 2024 में किया जाएगा।
Shattila Ekadashi 2024 Date:माघ मास में षटतिला एकादशी का व्रत किया जाता है। इस व्रत में गवान विष्णु की पूजा का महत्व और तिल का उपयोग 6 कामों में करने का विधान है। इस बार ये व्रत फरवरी 2024 में किया जाएगा।
Til Chaturthi 2024 Kab Hai: माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को तिल चतुर्थी कहते हैं। इस व्रत का धर्म ग्रंथों में विशेष महत्व बताया गया है। इस बार ये व्रत जनवरी 2024 के अंतिम सप्ताह में किया जाएगा। जानें कब है तिल चतुर्थी 2024?
Ram Mandir Ayodhya: 22 जनवरी को अयोध्या मंदिर में राम लला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस मौके पर घर-घर में रामजी की पूजा भी की जा सकती है। राम की पूजा का विधान बहुत ही सरल है।
अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक कार्यक्रम है। ऐसे में हम आपको बता रहें कि 22 जनवरी को आप अपने घर पर किस तरह से राम पूजा करें।
Makar Sankranti 2024 Kab Hai: मकर संक्रांति हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है तो ये पर्व मनाया जाता है। इस दिन सूर्यदेव की पूजा का विधान है। देश में ये त्योहार अलग-अलग नामों से मनाया जाता है।