भगवान गणेश की यह प्रतिमा बेंगलुरू में मूर्तिकारों ने बनाई है। जहां गणपति बप्पा को एक डॉक्टर के रूप में दिखाया गया है। उनको बाकायदा पीपीई किट पहनाई गई है। जहां वह कोरोना के मरीजों का इलाज करते हुए दिख रहे हैं।
भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को व्रत किया जाता है, इसे गणेश चतुर्थी व्रत कहते हैं। इस बार यह व्रत 8 जून, सोमवार को है।
26 मई, मंगलवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी है। मंगलवार को चतुर्थी होने से इस बार अंगारक चतुर्थी का योग बन रहा है।
भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को व्रत किया जाता है, इसे गणेश चतुर्थी व्रत कहते हैं। इस बार यह व्रत 10 मई, रविवार को है।
आज (11 अप्रैल, शनिवार) वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और शाम को भगवान श्रीगणेश की पूजा करने के बाद ही भोजन करती हैं। इसलिए इस तिथि का विशेष महत्व है।
11 अप्रैल, शनिवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन घर-घर में भगवान श्रीगणेश की पूजा की जाएगी।
भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को व्रत किया जाता है, इसे गणेश चतुर्थी व्रत कहते हैं। इस बार यह व्रत 12 मार्च, गुरुवार को है।
हिंदू धर्म में स्वस्तिक को बहुत ही पवित्र चिह्न माना गया है। इसे भगवान श्रीगणेश का स्वरूप भी माना जाता है। इसलिए हर शुभ काम से पहले स्वस्तिक बनाया जाता है।
भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को व्रत किया जाता है, इसे गणेश चतुर्थी व्रत कहते हैं। इस बार यह व्रत 12 फरवरी, बुधवार को है।
28 जनवरी, मंगलवार को माघ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी है। मंगलवार को चतुर्थी होने से इस बार अंगारक चतुर्थी का योग बन रहा है।