नौ दिवसीय अनुष्ठान के अंतर्गत नवरात्र के पहले दिन गोरक्षपीठाधीश्वर गोरखनाथ मंदिर स्थित शक्तिपीठ में कलश स्थापित करते हैं। इसके पहले कलश यात्रा निकाली जाती है और परिसर स्थित भीम सरोवर का जल कलश में भरा जाता है। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ कलश स्थापना के दायित्व का निर्वहन करते हैं।
3 अगस्त को श्रावण मास का अंतिम दिन है। इस दिन सोमवार का योग बन रहा है। इस बार श्रावण मास का आरंभ भी सोमवार से ही हुआ था और समापन भी सोमवार को ही रहा है।
पाकिस्तान में अनेक हिंदू मंदिर हैं। इनमें कटसराज मंदिर भी एक है। ये मंदिर भगवान शिव का है।
धर्म ग्रंथों में भगवान शिव के अनेक अवतार बताए गए हैं, उन्हीं में से एक अवतार हैं महर्षि दुर्वासा का।
द्रौपदी महाभारत के सबसे अहम पात्रों में से एक थी। द्रौपदी को स्वयंवर में अर्जुन ने अपने पराक्रम से प्राप्त किया था फिर भी वह पांचों भाइयों (पांडवों) की पत्नी बनी। इसका कारण द्रौपदी के पिछले जन्म में शंकर भगवान द्वारा दिया गया वरदान था।
इन दिनों सावन का पवित्र महीना चल रहा है। इस महीने में शिव पूजा का विशेष महत्व है। शिवपुराण के अनुसार, भगवान शिव की अलग-अलग फूलों से पूजा करने से मनचाही इच्छा पूरी हो सकती है।
भगवान विष्णु को हर चित्र व मूर्ति में सुदर्शन चक्र धारण किए दिखाया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं यह चक्र भगवान विष्णु को किसने और क्यों दिया था। इससे संबंधित कथा का वर्णन शिवपुराण की कोटिरुद्र संहिता में मिलता है-
भगवान शिव सही अर्थों में परिवार के देवता हैं। क्योंकि ये एकमात्र ऐसे देवता हैं, जिनका परिवार संपूर्ण है।
भगवान शिव का स्वरूप अन्य देवताओं से बहुत अलग है। यही कारण है कि उन्हें देवताओं में विशेष स्थान प्राप्त है।
शिवपुराण के अनुसार, भैरव भी भगवान शंकर के ही अवतार हैं। भैरव के बारे में प्रचलित है कि ये अति क्रोधी, तामसिक गुणों वाले तथा मदिरा के सेवन करने वाले हैं।