कोरोना के बाद अब मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है इसके लिए जिला अस्पताल में पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दो बेड आरक्षित किए गए है। अस्पताल ने इसको लेकर अपने यहां बेडों की व्यवस्था भी कर दी है और इन मरीजों के बेड के साथ-साथ वार्ड भी अलग रहेंगे।
मंकीपॉक्स का खतरा बढ़ता जा रहा है। दुनिया के कई देशों में यह तेजी से पैर पसार रहा है। जिसे देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार दोनों ने सावधानी बरतने की सलाह दी है।
कोरोना महामारी अभी पूरी तरह खत्म भी नहीं हुई कि अब एक और नया वायरस लोगों को डराने लगा है। मंकीपॉक्स नाम के इस वायरस के दो हफ्तों के अंदर ही 100 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। यह वायरस अब तक 15 देशों में फैल चुका है।
पूरी दुनिया में वैज्ञानिक इस खतरनाक बीमारी पर करीब से नजर रखे हुए हैं। हालांकि, अभी तक यूरोप और उत्तर अमरीकी देशों में इसके मामले ज्यादा आए हैं। विकसित देशों में इस बीमारी के तेजी से हो रहे प्रसार को देखकर वैज्ञानिक भी हैरान हैं।
ब्रिटेन के बाद अब मंकीपॉक्स वायरस धीरे-धीरे अमेरिका में भी पैर पसारने लगा है। हाल ही में मैसाच्युसेट्स शहर में एक शख्स को मंकीपॉक्स हो गया है। बता दें कि यह बीमारी चेचक यानी स्मालपॉक्स की ही तरह है। लेकिन कुछ मामलों में ये जानलेवा भी साबित हो सकती है।
मरीज डलास के हॉस्पिटल में आइसोलेट है। सीडीसी एयरलाइन और दूसरी एजेंसियों के साथ काम कर रहा है ताकि एयरलाइन यात्रियों और अन्य लोगों से संपर्क किया जा सके, जो उड़ानों के दौरान मरीज के संपर्क में रहे हों।