ललन कुमार ने ट्वीट में लिखा चुनाव आयोग का कारनामा देखिये! यूपी विधानसभा चुनाव के पूर्व चुनाव आयोग द्वारा नई वोटर लिस्ट प्रकाशित की गयी। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह मतदाता सूचियों में गड़बड़ियों की तुरंत पड़ताल करके उन्हें सुधार।
चुनाव आयोग ने पांच राज्यों पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव 2021 की तारीखों का ऐलान कर दिया है। पांच राज्यों में से केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में एक चरण में मतदान होंगे, वहीं असम में 3 और पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में मतदान होगा। सभी राज्यों के नतीजे एक साथ 2 मई को आएंगे।
बूथ पर वोट डालने आने वाले मतदाताओं को मास्क और ग्लब्स पहनकर आना होगा, जो वोटर मास्क पहनकर नहीं आएंगे उन्हें मतदान से स्वास्थ्य विभाग की टीम रोकेगी। मतदाता को दो गज की दूरी का पालन करना होगा। हर बूथ पर स्वास्थ्य कर्मी तैनात किए जाएंगे। मतदाता ग्लब्स पहनकर ही ईवीएम का इस्तेमाल कर सकेंगे।
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर शनिवार को मतदान है। राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा इंतजाम कड़े करने के साथ ही शाहीन बाग तथा अन्य संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। दिल्ली में 1.47 करोड़ मतदाता है।
दिल्ली का मतदाता बनने की निर्धारित समय सीमा 11 जनवरी होने के मद्देनजर नये मतदाताओं के लिए मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिये दो दिन का समय शेष है। चुनाव आयोग द्वारा छह जनवरी को घोषित दिल्ली विधानसभा चुनाव कार्यक्रम के तहत आठ फरवरी को मतदान और 11 फरवरी को मतगणना होगी।
झारखंड विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण में 17 सीटों पर गुरुवार को मतदान हो रहे हैं। 17 विधानसभा क्षेत्रों के 56 लाख 6 हजार 743 वोटर्स कुल 309 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। इस चरण में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो की प्रतिष्ठा दांव पर है।
8-19 वर्ष की आयु समूह के 3,82,446 मतदाता हैं, जबकि 40,67,413 मतदाता 20 से 29 साल की आयु समूह के हैं। वहीं 44,92,809 मतदाता 30 से 39 साल की उम्र की श्रेणी में आते हैं। चुनाव में 105 महिलाओं समेत 1,169 मतदाता अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को प्रत्येक नागरिक के लिए आधार, पासपोर्ट, मतदाता कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और बैंक खाते की जगह सिर्फ एक आईडी कार्ड का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि इस कार्ड से कई मुद्दे हल हो सकते हैं। अमित शाह ने यह बात दिल्ली में जनगणना भवन की आधारशिला रखने के दौरान कहीं।