रूस और यूक्रेन के बीच बीते 2 सालों से जंग जारी है। दोनों देश अपने-अपने तरीके जंग को लड़ रहे हैं। यूक्रेन को एक तरफ अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस से मदद मिल रही है। दूसरी तरफ रूस भी अपने मित्र देशों से मदद ले रहा है।
विदेश में नौकरी दिलाने और विदेशी लड़की से शादी कराने और विदेश का वर्क परमिट दिलाकर सेटल करने का लालच देकर उन्हें धोखे से रूस और बेलारूस के कैंप ले जाकर रूसी आर्मी ज्वाइन करने के टॉर्चर किया जा रहा। एजेंटों के चंगुल से बचकर आने वालों ने किया खुलासा।
रूसी सिक्योरिटी फोर्सेस के द्वारा बर्बर तरीके से संदिग्धों का टॉर्चर किया जा रहा है। उनके जेनिटल पार्ट्स को इलेक्ट्रिक शॉक दिया जा रहा।
वायरल वीडियो में मथुरा में होली समारोह में रशियन बार डांसर्स का प्रोग्राम कराया जा रहा है। यह प्रोग्राम शहर के कुछ बिल्डर्स ने अपने होली समारोह में कराया है।
रूसी अधिकारियों ने हमलावरों की तलाश तेज कर दी थी, जिसके परिणामस्वरुप 4 बंदूकधारियों सहित 11 लोगों को हिरासत में लिया है। इस हमले पर रूसी अधिकारियों ने दावा किया है कि हमलावरों को यूक्रेन से मदद मिली थी।
रूस को ये सब झेलना नहीं पड़ता अगर वो अपने दुश्मन देश अमेरिका की बात पर ध्यान दे देता। जी हां, व्हाइट हाउस ने कहा कि हमने मार्च की शुरुआत में ही रूसी अधिकारियों को मॉस्को में बड़ी सभाओं को निशाना बनाने वाले आतंकवादी हमले के बारे में चेतावनी दी थी।
मॉस्को में हुए आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि विश्व विजय पंचांग द्वारा रूस को लेकर की गई भविष्यवाणी सच साबित हुई है।
रूसी की राजधानी मॉस्को में हुए आतंकी हमले में 115 लोगों की मौत हुई है और 100 से अधिक घायल हुए हैं। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS-K ने ली है। यह ISIS का सहयोगी संगठन है।
रूस में हुए आतंकी हमले से पूरी दुनिया दंग है। इस पर दुनिया के बड़े देशों ने अपनी प्रतिक्रिया दर्ज की है, जिसमें अमेरिका, फ्रांस समेत संयुक्त राष्ट्र शामिल है। इसी बीच देश के PM नरेंद्र मोदी रूस के मॉस्को में हुए आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया दी है।
रूस के इतिहास में ये पहली बार नहीं है, जब देश ने आतंकी हमलों का सामना किया है। इससे पहले भी रूस आतंकी हमले से जूझ चुका है। AFP की रिपोर्ट के मुताबिक रूस ने बीते 25 सालों में 6 बार आतंकवादी गतिविधियों का शिकार बन चुका है।