लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के अधिकतर क्षेत्रों में सोमवार को पारा गिरने के साथ ही कड़ाके की ठंड पड़ रही है लद्दाख के द्रास में पारा शून्य से 27.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी
हिमपात की वजह से श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग रविवार को लगातार चौथे दिन भी बंद रहा उधर, हिमाचल के कई इलाकों में बर्फबारी की खबरें हैं मलाना में बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई है
अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को प्रभावी तौर से निरस्त करने के बाद एक अधिसूचना में भारत का नया नक्शा जारी किया गया है। जिसमे पीओके को भारत का हिस्सा बताया गया है।
जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बुधवार मध्य रात्री को समाप्त हो गया। जिसके बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो नए केंद्रशासित प्रदेश के अस्तित्व में आ गए। संसद की तरफ से जम्मू-कश्मीर को विसेष राज्य का दर्जा देने वाली धारा 370 के खत्म होने के बाद ये फैसला लिया था। इसे 86 दिनों बाद लागू किया गया है। बता दें कि गुरुवार सुबह राधाकृष्ण माथुर ने लद्दाख के पहले उप-राज्यपाल के तौर पर शपथ ली।
पांच अगस्त को केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को प्राप्त विशेष राज्य का दर्जा समाप्त कर दिया था और उसे जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख केंद्रशासित प्रदेशों में बांट दिया था।
जलगांव में पीएम ने कहा "हमारी सरकार के लिए जम्मू-कश्मीर और लद्दाख महज जमीन का एक टुकड़ा भर नहीं है। वो मां भारती का शीष है, वहां का कण-कण भारत की शक्ति को मजबूत करता है।"
पूर्वी लद्दाख में पेंगोंग झील के तट पर बुधवार को भारत और चीन के सैनिकों के बीच धक्का-मुक्की हुई थी लेकिन सैन्य सूत्रों ने बताया कि अब इस मसले को बातचीत के जरिए सुलझा लिया गया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को लद्दाख पहुंचे। यहां उन्होंने कश्मीर राग अलापने को लेकर पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान से पूछा कि कश्मीर कब उसका हिस्सा था, जो वह दिन-रात कश्मीर के लिए रोता रहता है।
अनुच्छेद 370 हटाने के बाद लद्दाख को घोषित किया केंद्र शासित प्रदेश। राजनाथ सिंह गुरुवार को लेह के दौरे पर
पूरा देश 73वें स्वतंत्रता दिवस में डूबा हुआ है। जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लिए भी यह आजादी का जश्न बिल्कुल खास है। आर्टिकल 370 हटने के बाद दोनों राज्यों में पहला स्वतंत्रता दिवस बनाया गया है।