इस बार 30 अप्रैल, गुरुवार को गंगा सप्तमी है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी दिन गंगा की उत्तपत्ति हुई थी।
घर में अनेक चीजें रखी होती है। इन सभी वस्तुओं की शुभ-अशुभ दिशाएं बताई गई हैं।
वास्तु शास्त्र में हर पौधे के लिए एक दिशा निर्धारित है। अगर सही दिशा में पौधा लगाया जाए तो उससे कई फायदे मिल सकते हैं, लेकिन गलत दिशा में लगाए पौधे फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं।
अगर घर में कोई वास्तु दोष है तो नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। घर चाहे किराए का हो या खुद का, वास्तु दोषों की वजह से किसी भी काम में आसानी से सफलता नहीं मिल पाती है और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है।
मकान बनाने की शुरूआत प्लॉट खरीदने से होती है। बाकी बातों का ध्यान उसके बात ही रखा जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, प्लॉट खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
अगर किसी व्यक्ति के घर में वास्तु के दोष होंगे तो उसे नकारात्मकता का सामना करना पड़ सकता है। वास्तु दोषों की वजह से मानसिक तनाव बना रहता है, किसी भी काम में मन नहीं लगता है। ऐसे घर में रहने वाले लोगों को बुरी शक्तियों के कारण परेशानियां होती हैं।
जब भी आप कोई नया बिजनेस शुरू करते हैं तो आशा करते हैं आपका बिजनेस दिनों दिन तरक्की करता रहे, लेकिन कई बार ऐसा नहीं होता। दुकान या ऑफिस का वास्तु दोष भी आपके बिजनेस की तरक्की में रुकावट डाल सकता है।
बेडरूम या पलंग के वास्तु विपरीत होने के कारण इसका असर हमारी लव लाइफ पर भी पड़ सकता है।
ज्योतिष ग्रंथों ने वास्तु को विज्ञान माना है। इसमें हर नियम और लॉजिक के साथ साइंटिफिक या व्यवहारिक तथ्यों का आधार है। वास्तु में घर के गार्डन को लेकर भी कई तरह के नियम बताए गए हैं।
बेडरूम हमारे घर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, कई बार बेडरूम को वास्तु दोष का असर हमारी लव लाइफ पर भी पड़ सकता है।