मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं जिसकी तारीखों की घोषणा भारत निर्वाचन आयोग ने कर दी है। इससे पहले विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस सबसे अधिक सीटें लाई थी। लेकिन कमलनाथ की सरकार 15 महीने की चल पाई थी।
चुनाव आयोग ने देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। चुनाव की तारीखें इस तरह से घोषित की गई हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले यह खत्म हो जाए।
भारत निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी है। प्रदेश में 90 सीटों पर विधानसभा चुनाव होंगे। यहां वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है, और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल है।
विधानसभा चुनाव में ऐसा पहली बार हो रहा है। जब लोगों को घर से ही मतदान करने की सुविधा मिलेगी। ऐसे में जो लोग मजबूरी में घर से बाहर नहीं निकल सकते हैं। वे घर बैठकर ही मतदान कर सकेंगे।
विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। मध्यप्रदेश के एक दिग्गज कांग्रेस विधायक ने अपनी पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा का हाथ थाम लिया है। विधायक के अचानक दल बदलने की खबर से कांग्रेस में हड़कंप मच गया है।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव में सीएम गहलोत सरकार रिपीट का दावा कर रहे हैं लेकिन अभी उनके सामने कई चुनौतियां हैं। इन चार बड़ी चुनौतियों को पार्टी गंभीरता से ले रही है।
दूसरी लिस्ट में भी अभी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम नहीं है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी विधानसभा प्रत्याशी पार्टी ने बनाया है।
दोनों पक्षों की ओर से कुल 34 याचिकाएं आई हैं। पहले दिन की सुनवाई के बाद अगले हफ्ते फिर से इसे जारी रखने की सूचना दी गई है। दोनों पक्षों के वकील संबंधित याचिकाओं को अलग-अलग डील कर रहे हैं।
बीजेपी की सेंटल इलेक्शन कमेटी ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश के 36 कैंडिडेट्स के नामों को फाइनल कर लिया है।
छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में डाले गए वोटों की गिनती (Bypolls 2023 counting) शुक्रवार को हुई। पांच सितंबर को इन विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ था।