जून 2020 में कई खास पर्व आएंगे। इस माह में 5 जून तक ज्येष्ठ मास खत्म होगा और 6 जून से आषाढ़ माह शुरू हो जाएगा।
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को निर्जला व भीमसेनी एकादशी कहते हैं। इस बार ये तिथि 2 जून, मंगलवार को है। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस व्रत में भोजन करना और पानी पीना वर्जित है।
26 मई, मंगलवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी है। मंगलवार को चतुर्थी होने से इस बार अंगारक चतुर्थी का योग बन रहा है।
हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रंभा तीज का व्रत किया जाता है। इस साल ये व्रत 25 मई, सोमवार को है।
मामला बिहार के जमुई जिले का है। जहां शुक्रवार को जमीन विवाद में मां-बेटे की निर्मम हत्या कर दी गई। बताया जाता है कि हत्या की इस घटना को तब अंजाम दिया गया जब मृतक की पत्नी वट सावित्री पूजा कर रही थी। उसी समय पति और सास की हत्या कर दी गई।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, ज्येष्ठ मास की अमावस्या को वट सावित्री व्रत किया जाता है। इस बार ये व्रत 22 मई, शुक्रवार को है।
हिंदू धर्म में अनेक व्रत व उपवास किए जाते हैं। उन सभी में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अचला व अपरा एकादशी कहते हैं। इस बार यह व्रत 18 मई, सोमवार को है।
ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 22 मई, शुक्रवार को है। इस दिन भगवान शनिदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
हिंदी पंचांग का तीसरा महीना ज्येष्ठ 8 मई, शुक्रवार से शुरू होगा, जो 5 जून तक रहेगा। इस महीने में गर्मी का मौसम अपने चरम पर रहता है।
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को नृसिंह चतुर्दशी कहते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी तिथि को भगवान विष्णु ने नृसिंह अवतार लेकर दैत्यों के राजा हिरण्यकशिपु का वध किया था।