श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी कहते हैं।
श्रावण मास के प्रत्येक मंगलवार को मंगला गौरी व्रत किया जाता है। यह व्रत विशेष तौर पर नवविवाहिताएं करती हैं। इस बार यह व्रत 7, 14, 21 और 28 जुलाई को है।
प्रत्येक महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार 2 जुलाई, गुरुवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है।
आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष एकादशी को योगिनी एकादशी कहते हैं। इस बार यह तिथि 17 जून, बुधवार को है। इस व्रत से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं।
प्रत्येक मास की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव के निमित्त व्रत किया जाता है, इसे प्रदोष व्रत कहते हैं। इस बार प्रदोष व्रत 3 जून, बुधवार को है।
जून 2020 में कई खास पर्व आएंगे। इस माह में 5 जून तक ज्येष्ठ मास खत्म होगा और 6 जून से आषाढ़ माह शुरू हो जाएगा।
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को निर्जला व भीमसेनी एकादशी कहते हैं। इस बार ये तिथि 2 जून, मंगलवार को है। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस व्रत में भोजन करना और पानी पीना वर्जित है।
26 मई, मंगलवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी है। मंगलवार को चतुर्थी होने से इस बार अंगारक चतुर्थी का योग बन रहा है।
हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रंभा तीज का व्रत किया जाता है। इस साल ये व्रत 25 मई, सोमवार को है।
मामला बिहार के जमुई जिले का है। जहां शुक्रवार को जमीन विवाद में मां-बेटे की निर्मम हत्या कर दी गई। बताया जाता है कि हत्या की इस घटना को तब अंजाम दिया गया जब मृतक की पत्नी वट सावित्री पूजा कर रही थी। उसी समय पति और सास की हत्या कर दी गई।