Shani Amavasya 2022: इस बार 27 अगस्त, शनिवार को भाद्रपद मास की अमावस्या है। शनिवार को अमावस्या का योग होने से ये शनिश्चरी अमावस्या कहलाएगी। साल में 1 या 2 बार ही ऐसा योग बनता है। भाद्रपद मास में शनिश्चरी अमावस्या का संयोग 14 साल बाद बना है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार श्रावण पूर्णिमा पर रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2022) पर्व मनाना जाना चाहिए, लेकिन इस ये पर्व कब मनाएं, इसको काफी संशय बना हुआ है क्योंकि सावन की पूर्णिमा एक नहीं बल्कि 2 दिन (11 और 12 अगस्त) है।
इन दिनों भगवान शिव का प्रिय सावन मास (Sawan 2022) चल रहा है। ये महीना 11 अगस्त तक रहेगा। इस महीने में अलग-अलग कामों के लिए कई शुभ योग भी बनेंगे। ऐसा ही एक शुभ योग 23 जुलाई, शनिवार को बन रहा है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, सूर्य और शनि पिता-पुत्र हैं, लेकिन फिर भी ये एक-दूसरे के शत्रु हैं। ज्योतिष में इन दोनों ग्रहों के साथ या आमने-सामने होने से अशुभ योग बनता है जिसका असर देश-दुनिया के साथ-साथ सभी लोगों पर भी होता है।
शनि को रहस्यमयी ग्रह कहा जाता है। ये ग्रह ही मानव जीवन को सबसे अधिक प्रभावित करता है। जब ये ग्रह किसी राशि पर टेढ़ी नजर रखता है तो उसके बुरे दिन शुरू हो जाते हैं और वहीं जब ये किसी राशि पर प्रसन्न होता है तो उसके वारे-न्यारे कर देता है।
हमारे देश में कई ऐसी नदियां हैं, जिनका ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। ऐसी ही एक नदी है ताप्ती, जिसे तापी भी कहा जाता है। इस नदी का उद्गम बैतूल जिले के सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला में स्थित मुलताई तहसील के एक नादर कुंड से होता है।
शनि ग्रह 12 जुलाई को वक्री चाल यानी टेढ़ी चाल चलते हुए मकर राशि में प्रवेश (Shani rashi parivartan 2022) करेगा। शनि के इस राशि परिवर्तन का असर सभी लोगों पर दिखाई देगा। किसी के लिए ये शुभ रहेगा तो किसी के लिए अशुभ।
मंगल स्वभाव से ही मंगलकारी होता है। पर अगर मंगल का संयोग शनि और शुक्र के साथ हुआ तो आपकी शादीशुदा जिंदगी बेहद कष्टकारी हो सकती है।ऐसे लोगों के जीवन में एक्सट्रा मैरिटल अफेयर यानी अपने पार्टनर के सिवा किसी दूसरे से संबंध बनने की आशंका बढ़ जाती है।
ज्योतिष शास्त्र में शनि का विशेष महत्व है। शास्त्रों में शनिदेव को कर्मफलदाता माना गया है। शनि अच्छे कर्म करने वालों को अच्छा और बुरे कर्म करने वालों का बुरा फल प्रदान करते हैं।
साल 2022 का सातवां महीना जुलाई शुरू होने वाला है। इस महीने में ग्रहों के बड़े परिवर्तन देखने को मिलेंगे, जिसका असर देश-दुनिया के साथ-साथ सभी लोगों पर भी देखने को मिलेगा।