Shani Jayanti 2023 Date: ज्येष्ठ मास में शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी महीने में शनिदेव का जन्म हुआ था। शनि जयंती पर शनिदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है, जिससे परेशानियां दूर होती हैं और मनोकामना पूरी होती है।
May 2023 Festival Calendar: साल 2023 का पांचवा महीना मई कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है। इस महीने में कई प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे, जिनमें शनि जयंती, गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी आदि प्रमुख हैं।
Shubh Yog April 2023: इस समय ग्रहों की जो स्थिति बन रही है, वह कुछ राशि के लोगों के लिए बहुत ही शुभ फल देने वाली है। शुक्र, शनि और गुरु की स्थिति से कुछ राशि के लोगों को जबरजस्त सफलता और धन लाभ के योग इस समय बन रहे हैं।
कर्नाटक के एक मंदिर में मांस की माला चढ़ाने की कोशिश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह मामला बेंगलुरू ग्रामीण क्षेत्र के डोडाबल्लापुर तालु के लॉर्ड शनैश्वरा श्री शनि महात्मा मंदिर का है।
Shani Uday Rashifal 2023: शनि सौर मंडल का सबसे धीरे चलने वाला ग्रह है। ये ग्रह ढाई साल में एक बार राशि बदलता है। इस दौरान ये कई बार उदय व अस्त भी होता है। शनि 5 फरवरी 2023 को अस्त हुआ था और 10 मार्च 2023 को उदय हो चुका है।
4 मार्च, शनिवार को पहले पुष्य नक्षत्र होने से मित्र और इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से मानस नाम के 2 शुभ योग इस दिन बनेंगे। इसके अलावा शोभन और अतिगंड नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 9:44 से 11:11 तक रहेगा।
Shani Uday Rashifal 2023: ज्योतिषियों के अनुसार, शनि ग्रह इस समय कुंभ राशि में अस्त है, जो 6 मार्च को उदय हो जाएगा। ऐसा होते ही सभी राशियों पर इसका प्रभाव बढ़ जाएगा। 3 राशि वालों को इसका सबसे ज्यादा फायदा होगा, किस्मत इनका साथ देगी।
Holi Durlabh Yog 2023: इस बार होली पर ग्रहों के कई दुर्लभ संयोग बन रहे हैं, जिसके चलते ये पर्व और भी खास हो गया है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार गुरु और शनि अपनी-अपनी स्वराशि में रहेंगे, ये संयोग कई दशकों में एक बार आता है।
18 फरवरी, शनिवार को पहले उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से चर और इसके बाद श्रवण नक्षत्र होने से सुस्थिर नाम के 2 शुभ योग इस दिन बनेंगे। इनके अलावा व्यातीपात, वरियान और सर्वार्थसिद्धि नाम के 3 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 9:51 से 11:16 तक रहेगा।
Shani-Surya Yuti 2023: 13 फरवरी से सूर्य राशि बदलकर मकर से कुंभ राशि में आ चुका है। इस राशि में शनि पहले से ही स्थिति है। शनि और सूर्य शत्रु ग्रह हैं। इन दोनों के एक साथ होने से देश-दुनिया के साथ-साथ कई लोगों पर भी इसका अशुभ प्रभाव होगा।