जल्द ही महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। सियासी हलचल है कि शरद पवार की पार्टी एनसीपी के 53 में से 40 विधायकों के साथ अजित पवार बीजेपी के साथ जा सकते हैं।
NCP कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 40-45 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की प्लानिंग कर रही है। एनसीपी के महाराष्ट्र एकीकरण समिति के साथ साझेदारी करने की उम्मीद भी जताई जा रही है।
लोकसभा चुनाव से पहले सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश जारी है। इसी क्रम में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की।
नेता ऐसे मुद्दों से कुछ दिनों तक दूर रह सकते हैं क्योंकि वर्तमान में यह मुद्दे गैर जरूरी है। देश में कई गंभीर मुद्दे हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है बजाय पीएम की डिग्री जैसे गैर-मुद्दे पर।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने अदाणी मामले में विपक्ष की जेपीसी की मांग से इतर बात की है। उन्होंने कहा है कि इससे सच्चाई सामने आएगी, इसपर संदेह है। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने ट्वीट कर उन्हें डरा हुआ लालची नेता बता दिया है।
मराठा दिग्गज पवार ने कहा कि वह जेपीसी से अधिक भरोसेमंद जांच सुप्रीम कोर्ट के पैनल का मानते हैं। उन्होंने अपनी बात को रखते हुए तर्क भी दिए।
लोकसभा चुनाव से पहले देश की सियासत दिलचस्प मोड़ लेती नजर आ रही है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जिस मुद्दे पर मोदी सरकार को लगातार घेर रहे हैं, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के एक इंटरव्यू ने उस मुद्दे की हवा निकाल कर रख दी है।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने उद्धव ठाकरे को सलाह दी है कि चुनाव आयोग के फैसले को स्वीकार करें और नया चुनाव चिह्न लें। उन्होंने कहा कि चिह्न बदलने से फर्क नहीं पड़ेगा।
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 7 नवंबर को महाराष्ट्र में प्रवेश करने जा रही है। इसके बाद इस यात्रा में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) सुप्रीमो शरद पवार और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के शामिल होने की उम्मीद है।
राष्ट्रपति चुनाव में गुजरात के NCP विधायक कांधल जडेजा ने क्रॉस वोटिंग की है। शरद पवार की पार्टी के विधायक कांधल एस जडेजा का दावा है कि उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की जगह द्रौपदी मुर्मू को वोट दे दिया है। आखिर कौन हैं कांधल जडेजा जो पहले भी रहे विवादों में