Mangala Gauri Vrat 2023: 1 अगस्त, मंगलवार को मंगला गौरी व्रत किया जाएगा। ये इस बार का पाचंवा मंगला गौरी व्रत रहेगा। इस दिन कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते इसका महत्व और भी ज्यादा हो गया है। इस व्रत के प्रभाव से घर में सुख-शांति बनी रहती है।
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और माना जा रहा है कि जनवरी 2024 में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हो जाएगी। यही वजह है कि अयोध्या के होटल अभी से फुल हो गए हैं।
Kamla Ekadashi 2023: इन दिनों सावन का अधिक मास चल रहा है। वैसे तो अधिक मास हर तीसरे साल आता है लेकिन सावन का अधिक साल 2004 के बाद अब आया है यानी 19 साल बाद। अधिक मास की एकादशी को बहुत ही शुभ फल देने वाला माना गया है।
Krishna Janmashtami 2023 Kab Hai: हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव किया जाता है। द्वापर युग में इसी तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। इस बार ये पर्व सितंबर माह में मनाया जाएगा।
Aaj Ka Panchang: 14 जुलाई शुक्रवार को रोहिणी नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे मित्र नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन गण्ड और वृद्धि नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:52 से दोपहर 12:32 तक रहेगा।
Mangala Gauri Vrat 2023: 18 जुलाई, मंगलवार को मंगला गौरी व्रत किया जाएगा। ये इस बार का तीसरा मंगला गौरी व्रत रहेगा। इस दिन कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते इसका महत्व और भी ज्यादा हो गया है। इसी दिन से सावन का अधिक मास शुरू होगा।
7 जुलाई, शुक्रवार को मौना पंचमी का व्रत किया जाएगा। इस दिन शतभिषा नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 2 अन्य शुभ योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:51 से दोपहर 12:31 तक रहेगा।
Sankashti Chaturthi July 2023: इस बार सावन मास की संकष्टी चतुर्थी का व्रत 6 जून, गुरुवार को किया जाएगा। सावन मास की संकष्टी चतुर्थी होने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है। इस दिन कई शुभ योग भी बनेंगे।
Sawan 2023 First Somvar: इस बार सावन मास 4 जुलाई, मंगलवार से शुरू होगा, जो 31 अगस्त तक रहेगा। इस बार सावन मास 1 महीने का न होकर 2 महीना को रहेगा, ऐसा अधिक मास होने के चलते होगा। ऐसा दुर्लभ संयोग कई सालों में एक बार बनता है।
Aaj Ka Panchang: 3 जुलाई, सोमवार को पहले मूल नक्षत्र होने से लुंब और इसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से उत्पात नाम के 2 अशुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन ब्रह्म और इंद्र नाम के 2 शुभ योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 7:29 से 9:10 तक रहेगा।