Parivartini Ekadashi 2023: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। ये तिथि हर महीने में 2 बार आती है यानी साल में 24 बार। इन सभी का अलग-अलग महत्व और नाम है। एकादशी पर व्रत रखने की परंपरा है।
Radha Janmashtami 2023: इस बार राधा जन्माष्टमी का पर्व 23 सितंबर, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन कईं शुभ योग भी बन रहे हैं, जिसके चलते ये पर्व और भी खास हो गया है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी तिथि पर श्रीकृष्ण की प्रेयसी राधा का जन्म हुआ था।
Rishi Panchami 2023: इस बार ऋषि पंचमी का व्रत 20 सितंबर, बुधवार को किया जाएगा। इस दिन महिलाएं सप्त ऋषियों की पूजा करती हैं। महिलाओं के लिए ये व्रत करना बहुत ही जरूरी माना जाता है। इससे जुड़ी कईं मान्यताएं भी हैं।
19 सितंबर मंगलवार को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन स्वाति नक्षत्र होने से ध्वजा और इसके बाद विशाखा नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम के 2 शुभ योग रहेंगे। इनके अलावा इस दिन वैधृति और विषकुंभ नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे।
Vishwakarma Puja 2023: भगवान विश्वकर्मा को देवशिल्पी कहा जाता है यानी देवताओं के विभिन्न नगरों सहित इस पूरी पृथ्वी का निर्माण भी इन्होंने ही किया है। हर साल कन्या संक्रांति पर इनकी पूजा का विधान है।
Ganesh Chaturthi 2023: भाद्रपद मास में 10 दिवसीय गणेशोत्सव मनाया जाता है। इस दौरान घर-घर में और सार्वजनिक रूप से गणेशजी की प्रतिमा स्थापित की जाती है। वैसे तो ये पर्व पूरे देश में मनाया जाता है। जानें इस बार गणेश चतुर्थी कौन से दिन है।
Kab hai Hartalika Teej 2023: भाद्रपद मास में हरतालिका व्रत किया जाता है। ये व्रत महिलाओं के लिए काफी खास माना गया है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं यानी कुछ भी खाती-पीती नहीं है। इस व्रत में भगवान शिव-पार्वती की पूजा का विधान है।
Mangal Pradosh 2023: धर्म ग्रंथों में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अनेक व्रतों का वर्णन मिलता है। प्रदोष व्रत भी इनमें से एक है। ये व्रत हर महीने को दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है। ये व्रत कई शुभ योग बनाता है।
Bach Baras 2023 Kab hai:भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष में बछ बारस का व्रत किया जाता है, इसे गोवत्स द्वादशी भी कहते हैं। इस दिन महिलाएं गाय के साथ उनके बछड़ों की पूजा भी करती हैं। इस व्रत से जुड़े कुछ खास नियम भी हैं।
Aja Ekadashi 2023 Date: धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा और जया एकादशी कहते हैं। इस बार ये व्रत 10 सितंबर, रविवार को किया जाएगा। धार्मिक दृष्टि से यह व्रत बेहद ही महत्वपूर्ण है।