Pradosh Vrat 2023: भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए हर महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से हर तरह की परेशानी दूर हो जाती है और सुख-समृद्धि बढ़ती है।
Kab Hai Mokshada Ekadashi 2023: धर्म ग्रंथों के अनुसार, अगहन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते हैं। इसी तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इस दिन गीता जयंती का पर्व भी मनाया जाता है।
21 दिसंबर, गुरुवार को अगहन मास के शुक्ल पक्ष की नवमी और दशमी तिथि का संयोग बन रहा है। इस दिन मित्र, सर्वार्थसिद्धि, वरियान और परिघ नाम के 4 योग रहेंगे। चंद्रमा राशि बदलकर मीन से मेष में प्रवेश करेगा।
Vinayaka Chaturthi December 2023 Date: साल 2023 के अंतिम महीने दिसंबर में भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने का खास मौका आ रहा है। ये मौका है विनायकी चतुर्थी व्रत का। ये व्रत करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।
Kaal Bhairav Jayanti 2023: धर्म ग्रंथों के अनुसार, भगवान शिव ने समय-समय पर अनेक अवतार लिए, इनमें से एक है कालभैरव। कालभैरव का स्वभाव अत्यंत क्रोधी है और इनका स्वरूप भी काफी विचित्र है।
Dev Diwali 2023: धर्म ग्रंथों के अनुसार, हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है। इस दिन नदी या तालाब में दीपदान करने की परंपरा भी है। काशी में मुख्य रूप से देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है।
Devuthani Ekadashi 2023: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी और देवप्रबोधिनी एकादशी कहते हैं। इस एकादशी का महत्व कईं धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस दिन चातुर्मास समाप्त होते हैं।
अयोध्या राम मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का शुभ मुहूर्त घोषित कर दिया गया है। मृगषिरा नक्षत्र में दोपहर 12:20 बजे प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होगा।
Gopashtami 2023 Date: कार्तिक मास में दिवाली के बाद गोपाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन गाय, बछड़ों की पूजा मुख्य रूप से की जाती है। धर्म ग्रंथों में इस पर्व से जुड़ी कईं मान्यताएं और परंपराएं जुड़ी हैं।
Chitragupt Puja 2023: दिवाली के बाद भाई दूज पर भगवान चित्रगुप्त की पूजा की जाती है। वैसे तो ये पर्व पूरे देश में मनाया जाता है, लेकिन कायस्थ समाज के लोग इस पर्व को विशेष रूप से मनाते हैं।