बगैर मेहनत किए सरकारी नौकरी हासिल करने के चक्कर में पोता अपने ही दादा का कातिल बन गया। पोता सोचता रहता था कि कब दादा मरें और उसे उनकी जगह अनुकंपा नियुक्ति मिल जाए। लेकिन जब उससे इंतजार नहीं हुआ, तो उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर दादा को रास्ते से हटा दिया। पोते ने अपने ही दादा की सुपारी दे दी थी। करीब 12 दिनों की जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया। अब पोता सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।