नई दिल्ली. एक 21 साल की लड़की सुसाइड करना चाहती थी। खुद की जान देना चाहती थी। जिंदगी से प्यार ही नहीं रह गया था। दरअसल, उस लड़की (Anorexia girl) को ऐसी बीमारी हो गई, जिससे उसे हमेशा डर लगा रहता था कि कहीं वह मोटी न हो जाए। मोटी होने से अच्छा है कि मर जाए। हालांकि इस चक्कर में वह इतनी पतली (eating disorder) हो गई थी कि वह हार्ट एक मिनट में सिर्फ 32 बार ही धड़कता था, जबकि एक सामान्य व्यक्ति का हार्ट एक मिनट में 72 बार धड़कता है। इससे लड़की बहुत परेशान थी। लेकिन वह अपने दिमाग को समझा नहीं पा रही थी। लड़की का नाम शार्लोट फोस्टर है। जानें 21 साल की शार्लोट क्यों सुसाइड करना चाहती थी...?