ट्रैक्टर रैली : हिंसा में 83 पुलिसकर्मी जख्मी; 45 ट्रामा सेंटर में भर्ती; पंजाब-हरियाणा में अलर्ट

आज 72वां गणतंत्र दिवस है। राजपथ पर दुनिया देश की ताकत दिखी, लेकिन दूसरी तरफ कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का ट्रैक्टर मार्च भी चर्चा के केंद्र में है। पुलिस ने सिंघु, टिकरी और गाजीपुर के बॉर्डर पर ट्रैक्टर मार्च की अनुमति दी है। इन रास्तों से दिल्ली में 100 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी।  

नई दिल्ली. आज 72वां गणतंत्र दिवस है। राजपथ पर दुनिया देश की ताकत दिखी, लेकिन दूसरी तरफ कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का ट्रैक्टर मार्च भी चर्चा के केंद्र में है। पुलिस ने सिंघु, टिकरी और गाजीपुर के बॉर्डर पर ट्रैक्टर मार्च की अनुमति दी है। इन रास्तों से दिल्ली में 100 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसान यूनियनों के लिए 37 प्रस्तावित शर्तों के साथ नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) दिया है।

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मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसान आंदोलन में हिंसा को देखते हुए हाईलेवल मीटिंग बुलाई। इसमें उन्होंने पुलिस कमिश्नरों और एसपी को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि राज्य में शांति व्यवस्था किसी भी हालत में नहीं बिगड़नी चाहिए। 

हिंसा के बाद हरियाणा में अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा तीन जिलों में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। 

दिल्ली पुलिस की ओर से मिल रही जानकारी के मुताबिक, हिंसा में 83 पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। वहीं, आईटीओ में एक किसान की मौत हुई है। किसान की मौत ट्रैक्टर पलटने की वजह से हुई। 

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दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने कहा, दिल्ली मेट्रो ग्रे लाइन पर सभी स्टेशनों के प्रवेश / निकास द्वार बंद हैं।

लाल किला पर फहराया झंडा : किसानों ने लाल किला पर झंडा फहराया। हालांकि कुछ देर बाद वहां पुलिस पहुंची और झंडे को उतारने की कोशिश की। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, हमारे सब लोग शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे हैं। जो लोग गड़बड़ फैलाने की कोशिश कर रहे हैं वो चिन्हित हैं। वो राजनीतिक दल के लोग हैं और इस आंदोलन को खराब करना चाहते हैं।

 

ITO पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश : ITO पर पुलिस और किसानों के बीच जबरदस्त टकराव की स्थिति दिखी। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया। कुछ देर के लिए किसान ट्रैक्टर छोड़कर पीछे भाग गए। लेकिन फिर किसानों ने ट्रैक्टर पर बैठकर पुलिस पर चढ़ाने की कोशिश की। ITO पर हजारों की संख्या में ट्रैक्टर लेकर किसान पहुंचे थे।

ITO पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया : पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले थे और लाठी चार्ज शुरू कर दिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर को रोड पर छोड़कर भाग गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस रास्ते पर किसान दिखे, उनपर आने की मनाही थी। 

ITO चौक पर पुलिस पर हमला : ITO चौक पर किसानों ने पुलिस पर हमला कर दिया। किसानों ने लाठी-डंडों से पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की। बैरिकेड्स को हटा दिए गए। पुलिस ने छुपकर अपनी जान बचाई। किसान पत्थर और लाठियों से पुलिस को मारते हुए दिखे। ट्रैक्टर मार्च में ट्रैक्टर के अलावा ट्रॉलियां, गाड़ियां भी मौजूद थीं। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत से जब ट्रेक्टर रैली के दौरान कुछ स्थानों पर हिंसा की घटनाओं के बारे में पूछा गया, तब उन्होंने कहा, रैली शांतिपूर्वक चल रही है। मुझे इसका कोई ज्ञान नहीं है। हम गाजीपुर में हैं।

नांगलोई में रोड पर बैठी पुलिस : नांगलोई में पुलिस रोड पर ही बैठ गई। उन्होंने कहा कि अगर किसानों को आगे जाना है तो वे उनके ऊपर से जाए। पुलिस का कहना है कि जो रास्ता तय हुआ था पुलिस उन्हीं रास्तों से जाए।  

गाजीपुर बॉर्डर की स्थिति : यहां भी किसान तय रूट से अलग निकले। यहां पर दो बसों से रास्ता रोका गया था, लेकिन किसानों ने बसों को ट्रैक्टर से ठोकर मारकर हटा दिया। बसों के कांच भी टूट गए। पुलिस रोड के किनारे हट गई, क्योंकि पुलिस किसानों को कंट्रोल नहीं कर पाई। 

मुकरबा चौक की स्थिति : मुकरबा चौक पर किसानों ने बैरिकेड्स उखाड़ दिए। किसान मजबूर संघर्ष कमेटी ने यहां पर 8 बजे से ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए। जबकि मार्च का समय 11 बजे तय किया गया था। 

 

 

पुलिस के लाठी देख निकाली तलवार : किसानों पर पुलिस की लाठी चलते देख एक निहंग सिख ने तलवार निकाल ली।

किसानों ने कहा, पुलिस रोक रही : सिंघु बॉर्डर से किसान मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने  कहा, हम शांतिपूर्ण तरीके से जाएंगे और वापस आ जाएंगे। हमें रिंग रोड पर जाना है लेकिन पुलिस रोक रही है। लोग आ रहे हैं उसके बाद हम इस पर विचार करेंगे। 30-45 मिनट का समय दिया गया है तब तक हम यहीं बैठेंगे और फैसला करेंगे।

 

 

नोएडा मोड़ पर किसानों ने बैरिकेड तोड़ा : गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने बैरिकेड तोड़ दिया। कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। किसानों पर लाठीचार्ज भी किया गया। विवाद तब बढ़ा, जब अक्षरधाम से पहले एनएच 24 पर पुलिस ने बैरिकेंडिंग की थी, लेकिन किसानों ने उसे टैक्ट्रर से तोड़ दिया, जिसके बाद पुलिस ने किसानों को वहां से खदेड़ दिया। 

सिंघु बॉर्डर से किसान दिल्ली में दाखिल : यह तस्वीर दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर की है। सिंघु बॉर्डर से किसान ट्रैक्टर रैली के साथ यहां पहुंचे। हालांकि कहा गया था कि रैली राजपथ पर परेड के बाद 12 बजे दिल्ली में दाखिल होगी। 

 

दिल्ली में दाखिल हुए किसान : किसानों ने दिल्ली पुलिस की शर्त को तोड़ दिया है। किसानों को राजपथ पर परेड के बाद दिल्ली में दाखिल होने के लिए कहा गया था, लेकिन वे पहले ही टिकरी बॉर्डर से ट्रैक्टर रैली के साथ दिल्ली में दाखिल हो गए।  

 

ड्रोन के जरिए रखी जाएगी नजर : दिल्ली ईस्ट के डीसीपी ने कहा, हम यूपी पुलिस और नेताओं के संपर्क में हैं। किसानों के ट्रैक्टर मार्च के दौरान ड्रोन के जरिए नजर रखी जाएगी, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जा सके।

किसानों ने सिंघु बॉर्डर पर बैरिकेड हटाना शुरू कर दिया है। पुलिस ने जो कंटेनर रखे थे किसानों ने उन्हें ट्रैक्टरों से धकेल कर हटा दिया। 

परेड से गणतंत्र की इज्जत बढ़ेगी: योगेंद्र यादव
स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने कहा, 9 जगह से किसान गणतंत्र परेड निकलेगा। सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, धंसा बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर इसके अलावा 4 और बॉर्डर है जो कि हरियाणा बॉर्डर पर होगा। शाहजहांपुर से गणतंत्र परेड निकलेगा और 20-25 राज्यों की झांकियां निकलेगी। परेड शांतिपूर्ण तरीके से होगा और इससे देश की गणतंत्र की इज्जत बढ़ेगी, घटेगी नहीं। 

1 फरवरी को संसद की ओर कूच: दर्शन पाल
क्रांतिकारी किसान यूनियन नेता दर्शन पाल ने कहा, हम 1 फरवरी को संसद की ओर कूच करेंगे। इस दिन कैसे कहां जाना है ये हम 28 जनवरी को तय करेंगे। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के श्रवण सिंह ने कहा, दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर हम शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर रैली करेंगे और रैली करने के बाद हम अपने स्थान पर वापस आ जाएंगे। हमारा आंदोलन 26 जनवरी के बाद भी चलेगा।

टैक्टर मार्च के दौरान ट्रैफिक रूट में बदलाव
ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, ट्रैक्टर रैली के कारण जो ड्राइवर्जन रूट हैं, एनएच 44 का ट्रैफिक जो जीटी रोड की ओर जाता है वो सिंघू सानी मंदिर, अशोक फार्म, सुंदरपुर, मुकरबा चौक पर ड्राईवर्ट होगा। दिल्ली में बाहर से गाड़ी के द्वारा आने वालें लोगों को निर्देश हैं कि वे NH-44, जीटीके रोड, संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, बादली मेट्रो स्टेशन, बादली बवाना रोड, बवाना चौक इन मार्ग पर जाने से बचे।

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