सार

16 नवंबर, गुरुवार को मूल नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा इस दिन सुकर्मा और धृति नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 01:33 से 02:54 तक रहेगा।

 

धर्म ग्रंथों के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को वरद चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस बार ये तिथि 16 नवंबर, बुधवार को है। इस दिन मंगल ग्रह भी राशि बदलकर तुला से वृश्चिक में प्रवेश करेगा। मंगल के राशि परिवर्तन का असर सभी लोगों पर दिखाई देगा। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…

16 नवंबर 2023 का पंचांग (Aaj Ka Panchang 16 November 2023)
16 नवंबर 2023, दिन गुरुवार को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि दोपहर 12:35 तक रहेगी, इसके बाद चतुर्थी तिथि शुरू हो जाएगी। इस दिन वरद चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। गुरुवार को मूल नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा इस दिन सुकर्मा और धृति नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 01:33 से 02:54 तक रहेगा।

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
गुरुवार को मंगल तुला से निकलकर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा, जहां पहले से चंद्रमा स्थित है। इस दिन सूर्य तुला राशि में, शुक्र और केतु कन्या राशि में, शनि कुंभ राशि में, बुध वृश्चिक राशि में, गुरु मेष राशि में और राहु मीन राशि में रहेगा। गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दही या जीरा मुंह में डाल कर निकलें।

16 नवंबर के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2080
मास पूर्णिमांत- कार्तिक मास
पक्ष- शुक्ल
दिन- गुरुवार
ऋतु- शरद
नक्षत्र- मूल
करण- गर और वणिज
सूर्योदय - 6:45 AM
सूर्यास्त - 5:38 PM
चन्द्रोदय - Nov 16 9:30 AM
चन्द्रास्त - Nov 16 8:09 PM
अभिजीत मुहूर्त - 11:49 AM – 12:33 PM
अमृत काल - 08:09 PM – 09:42 PM
ब्रह्म मुहूर्त - 05:08 AM – 05:56 AM

16 नवंबर का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 6:44 AM – 8:06 AM
कुलिक - 9:28 AM – 10:49 AM
दुर्मुहूर्त - 10:22 AM – 11:06 AM और 02:43 PM – 03:27 PM
वर्ज्यम् - 11:29 AM – 01:01 PM


ये भी पढ़ें-

Chhath Puja Niyam: छठ पूजा करने से पहले जान लें ये 5 नियम


Labh Panchami 2023: लाभ पंचमी कब, 17 या 18 नवंबर को? जानें सही डेट


Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।