सार

 28 जुलाई, शुक्रवार को अनुराधा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, शुक्ल और ब्रह्म नाम के 3 अन्य शुभ योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:54 से दोपहर 12:33 रहेगा।

 

उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र में दिशा शूल के बारे में बताया गया है। दिशा शूल का अर्थ है कि किस वार को किस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। और अगर यात्रा करना जरूरी हो तो घर से क्या उपाय करके निकलना चाहिए। ऐसा न करने पर यात्रा के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…

28 जुलाई का पंचांग (Aaj Ka Panchang 28 July 2023)
28 जुलाई 2023, दिन शुक्रवार को श्रावण अधिक मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि दोपहर 02.51 तक रहेगी। इसके बाद एकादशी तिथि पूरे दिन रहेगी। शुक्रवार को अनुराधा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, शुक्ल और ब्रह्म नाम के 3 अन्य शुभ योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:54 से दोपहर 12:33 रहेगा।

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
शुक्रवार को चंद्रमा वृश्चिक राशि में, शुक्र (वक्री), बुध और मंगल सिंह राशि में, सूर्य कर्क राशि में, गुरु और राहु मेष राशि में, शनि कुंभ राशि में, केतु तुला राशि में रहेंगे। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। अगर यात्रा करना जरूरी हो तो जौ या राईं खाकर घर से बाहर निकलें।

28 जुलाई के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2080
मास पूर्णिमांत- श्रावण अधिक मास
पक्ष- शुक्ल
दिन- शुक्रवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- विशाखा
करण- गर और वणिज
सूर्योदय - 5:59 AM
सूर्यास्त - 7:07 PM
चन्द्रोदय - Jul 28 2:58 PM
चन्द्रास्त - Jul 29 1:51 AM
अभिजीत मुहूर्त - 12:07 PM – 12:59 PM
अमृत काल - 02:45 PM – 04:19 PM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:23 AM – 05:11 AM

28 जुलाई का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 3:50 PM – 5:28 PM
कुलिक - 7:37 AM – 9:16 AM
दुर्मुहूर्त - 08:37 AM – 09:29 AM और 12:59 PM – 01:52 PM
वर्ज्यम् - 06:12 AM – 07:43 AM



ये भी पढ़ें-

Padmini Ekadashi 2023: 29 जुलाई को ’लक्ष्मी-नारायण’ योग में करें पद्मिनी एकादशी व्रत, जानें विधि, मुहूर्त और पारणा का समय


Padmini Ekadashi Katha: 3 साल में एक बार आती है पद्मिनी एकादशी, इस कथा को सुने बिना नहीं मिलता व्रत का पूरा फल


Ganesh Chaturthi 2023 Date: गणेश चतुर्थी को लेकर बड़ा कन्फ्यूजन, जानें कब से होगी गणेश उत्सव की शुरूआत?


Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।