उज्जैन. 19 अप्रैल, सोमवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। इस दिन पुनर्वसु नक्षत्र दिन भर रहेगा। सोमवार को पुनर्वसु नक्षत्र होने से धू्म्र नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इस अशुभ योग का असर सभी राशियों पर होगा। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन…
सामुद्रिक शास्त्र एक लक्षण विज्ञान है, जिसमें मनुष्य की शारीरिक बनावट को देखकर उसके बारे में फलकथन कहा जाता है।
विवाह को एक नए जीवन की शुरुआत माना जाता है और आमतौर पर गुण यानी अष्टकूट मिलान से विवाह की संभावनाओं का आंकलन कर लिया जाता है।
16 अप्रैल की रात से बुध ग्रह ने मीन से मेष राशि में प्रवेश कर लिया है। अब ये ग्रह 30 अप्रैल तक मेष राशि में ही रहेगा। ग्रह के राशि परिवर्तन की तारीख के संबंध में पंचांग भेद भी हैं।
उज्जैन. 18 अप्रैल, रविवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। इस दिन आर्द्रा नक्षत्र दिन भर रहेगा। रविवार को आर्द्रा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन…
17 अप्रैल, शनिवार को शुक्र ग्रह उदय हो जाएगा। इसके साथ ही मांगलिक और शुभ काम शुरू हो जाएंगे। ये ग्रह 16 फरवरी को मकर राशि में अस्त हुआ था, तभी से मांगलिक कार्यों पर रोक लगी हुई थी।
16 अप्रैल, शुक्रवार से बुध ग्रह मीन राशि से निकलकर मेष राशि में आ चुका है। ये ग्रह 4 मई तक इसी राशि में रहेगा। इस राशि में पहले से ही सूर्य स्थित है।
जन्म से लेकर 48 वर्ष की उम्र तक सभी ग्रहों का उम्र के प्रत्येक वर्ष में अलग-अलग प्रभाव होता है। उनमें से 9 ऐसे विशेष वर्ष होते हैं, जो ग्रह से संबंधित वर्ष माने गए हैं जिन पर उस ग्रह का शुभ या अशुभ प्रभाव विशेष रूप से रहता है।
सपने में लोग कई तरह की चीजें देखते हैं। उसी के अनुसार उन्हें भविष्य में फल भी प्राप्त होते हैं। कुछ लोगों को सपने में बार-बार इंद्रधनुष दिखाई देता है। स्वप्न ज्योतिष के अनुसार सपने में बार-बार इंद्रधनुष का दिखना शुभ संकेत होता है।
उज्जैन. 16 अप्रैल, शुक्रवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन रोहिणी नक्षत्र दिन भर रहेगा। शुक्रवार को रोहिणी नक्षत्र होने से मित्र नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन