उज्जैन. शकुन शास्त्र भारतीय साहित्य का बहुत प्राचीन ग्रंथ है। इस ग्रंथ में हमारे दैनिक जीवन में होने वाली छोटी-मोटी घटनाओं के संबंध में विस्तृत वर्णन मिलता है। इनमें से कुछ विशेष घटनाओं को शकुन-अपशकुन से जोड़ा गया है। शकुन यानी शुभ और अपशकुन यानी अशुभ। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, यदि कोई शकुन होता है तो सफलता और सुख मिलता है, जबकि अपशकुन होने पर दुख और असफलता मिलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इसके साथ ही इस ग्रंथ में कुछ ऐसे अपशकुनों के बारे में भी बताया गया है जो भविष्य में आने वाली किसी बड़ी समस्या के बारे में हमें सूचित करते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही अपशकुनों के बारे में बता रहे हैं...
उपाय
जब भी ये पांच घटनाएं हों तो व्यक्ति को सावधान हो जाना चाहिए। ऐसा होने पर यदि संभव हो तो कुछ देर घर में बैठें और पानी पी कर अपने काम पर जा सकते हैं।